गुरु ऋषभ की याद में आंखों से ये बरसे धारा लिरिक्स

गुरु का सान्निध्य और उनकी वाणी हमारे जीवन को ज्ञान, संयम और भक्ति से भर देती है। गुरु ऋषभ की याद में, आँखों से ये बरसे धारा भजन गुरु ऋषभदेव की महानता, उनकी कृपा और उनके प्रति भक्तों की असीम श्रद्धा को प्रकट करता है। जब भी हम अपने पूज्य गुरु को याद करते हैं, हमारी आत्मा प्रेम और भक्ति से भर जाती है, और आँखों से भावनाओं की धारा स्वतः ही बह निकलती है। आइए, इस भजन के माध्यम से गुरु ऋषभदेव की भक्ति में डूब जाएँ।

Guru Rishabh Ki Yad Men Aakhon Se Ye Barse Dhara

बरसे धारा बरसे धारा बरसे धारा,
गुरु ऋषभ की याद में,
आंखों से ये बरसे धारा।1।

विरह की वेदना अब गुरुवर,
हमको है सताये,
आ…आ…आ….,
कहो दिल की ये पीड़ा,
हम जाकर किसको सुनाये,
आ…आ…आ….,
हर भक्त पे मानो डाल दिया है,
आज गमो ने डेरा,
बरसे धारा बरसे धारा बरसे धारा,
गुरु ऋषभ की याद मे,
आंखों से ये बरसे धारा।2।

लूटाकर प्यार भक्तो पर,
कहा तुम चले गये,
आ…आ…आ…,
खुशियों के बादल देखो,
गमो में ढल गये,
आ…आ…आ….,
सुख का सूरज डूबा,
छाया दुखो का ये अंधियारा,
बरसे धारा बरसे धारा बरसे धारा,
गुरु ऋषभ की याद मे,
आंखों से ये बरसे धारा।3।

पीयूष ये साथ है जन्मों का,
अब हम कैसे तोडले,
आ…आ…आ….,
जिनचन्द्र प्रीत है तुमसे,
कैसे मुख ये मोडले,
आ…आ…आ….,
गुरु ऋषभ पुकारे दिलबर,
हर भक्त ये आज तुम्हारा,
बरसे धारा बरसे धारा बरसे धारा,
गुरु ऋषभ की याद मे,
आंखों से ये बरसे धारा।4।

बरसे धारा बरसे धारा बरसे धारा,
गुरु ऋषभ की याद में,
आंखों से ये बरसे धारा।5।

जैन जी के भजन हमें गुरु की महिमा को हृदय में बसाने और उनके आशीर्वाद को जीवन का आधार बनाने की सीख देते हैं। गुरु ऋषभ की याद में, आँखों से ये बरसे धारा भजन हमें भाव-विभोर कर देता है और हमें सच्चे गुरु की शरण में जाने की प्रेरणा देता है। यदि यह भजन आपके मन में भक्ति का संचार करे, तो किस्मत पर नाज करूँ जिन कुशल गुरु जो मिले, शिखरजी वाले पारस बाबा जैन भजन, हो गुरुवर प्यारे ये भक्त तुम्हारे दादागुरुदेव भजन, सुदर्शन मुनि प्यारे हमारे मन में भजन  जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और गुरु भक्ति की इस मधुर अनुभूति में डूब जाएँ। 🙏

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