हो गुरुवर प्यारे ये भक्त तुम्हारे दादागुरुदेव भजन

हो गुरुवर प्यारे ये भक्त तुम्हारे भजन श्रद्धा और समर्पण से भरा एक भक्ति गीत है, जिसमें भक्त अपने गुरु और दादागुरुदेव के प्रति अपनी अटूट श्रद्धा व्यक्त करता है। इस भजन में गुरु के आशीर्वाद और मार्गदर्शन की अहमियत को उजागर किया गया है, जो जीवन के कठिन समय में मार्गदर्शन करता है। आइए, इस भजन के माध्यम से हम अपने गुरुदेव के चरणों में समर्पण अर्पित करें।

Ho Guruvar Pyare Ye Bhakt Tumahare

हो गुरुवर प्यारे,
ये भक्त तुम्हारे,
आये है तेरे द्वारे,
गुरु चरणों की छाँव में,
आज आये है ये,
मालपुरा गाँव मे,
हो खेवनहारे,
ओ गुरुजी हमारे,
हम तेरे ही सहारे,
बैठे है तेरी नावँ में,
आज आये है ये,
मालपुरा गाँव मे।1।

मालपुरा की गलियां ओ दादा,
स्वर्ग से सुंदर लगती है,
तेरे गाँव मे हवाए भी ओ गुरुवर,
बड़े अदब से चलती है,
बड़ा ही अदभुत,
यहां का नजारा,
इन नेनो ने निहारा,
ये खूबसूरत,
मेरे दादा की मूरत,
बसी है इन निगाहों में,
आज आये है ये,
मालपुरा गाँव मे।2।

तेरे द्वार पर,
जो भी है आता,
उनकी बिगड़ी बनती है,
तेरी कृपा से ही मेरे दादा,
भक्तो को खुशियां मिलती है,
खुश हो जाये,
जिसपे गुरुवर,
उनकी किस्मत सुपर,
‘दिलबर’ भजन बनाये अंजू गाये,
गुरु भक्ति के भाव में,
आज आये है ये,
मालपुरा गाँव मे।3।

हो गुरुवर प्यारे,
ये भक्त तुम्हारे,
आये है तेरे द्वारे,
गुरु चरणों की छाँव में,
आज आये है ये,
मालपुरा गाँव मे,
हो खेवनहारे,
ओ गुरुजी हमारे,
हम तेरे ही सहारे,
बैठे है तेरी नावँ में,
आज आये है ये,
मालपुरा गाँव मे।4।

हो गुरुवर प्यारे ये भक्त तुम्हारे जैसे भजन हमें हमारे दादागुरुदेव की महिमा और उनके आशीर्वाद का अहसास कराते हैं। गुरु के आशीर्वाद से ही जीवन में शांति, संतुलन और आंतरिक शक्ति आती है। इस भक्ति को और गहरा करने के लिए सुदर्शन मुनि प्यारे हमारे मन में भजन, पर्वो में पर्व पर्युषण न्यारा भजन, अर्हम वन्दो जय पारस देवा भजन, चरणों में चारो धाम भजन  जैसे अन्य जैन भजनों को पढ़ें और अपनी भक्ति को सशक्त करें। 🙏

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