गुरु का आशीर्वाद ही वह संजीवनी है, जो हमें सत्य, धर्म और आत्मज्ञान की ओर ले जाती है। करे वंदन हम आपको गुरूवर भजन में गुरु के प्रति श्रद्धा, समर्पण और कृतज्ञता को व्यक्त किया गया है। जब शिष्य अपने गुरुदेव के चरणों में शीश नवाकर वंदन करता है, तो उसे सच्ची आत्मशांति और आध्यात्मिक ऊर्जा की प्राप्ति होती है। आइए, इस भजन का पठन कर गुरुदेव को नमन करें।
Kare Vandan Hum Apko Guruvar
नाचण लाग्यो रे वैरागी मन,
झूमण लाग्यो रे वैरागी मन,
तपस्वी चंद्र रत्न सागर सुरिस्वर,
करे वंदन हम आपको गुरूवर,
करे तपस्या तपस्वी बने,
268 ओली गुरु पूर्ण करे,
अपनी आत्मा का उद्धार करे,
गुरु गच्छ का नाम रोशन करे,
तपस्वी चंद्र रत्न सागर सुरिस्वर,
करें वंदन हम आपको गुरूवर।1।
जिनतीर्थ के नंदन महके ज्योचंदन,
जिनशासन के दिव्य सितारे है,
जितरत्न सुरिस्वर के लघु भ्राता,
मंडोवरा कुल के उजियारे है,
तप ही जिनकी है साधना,
तपमय करते है आराधना,
करते है प्रभु से यही प्रार्थना,
तप करता रहूँ यही कामना,
तपस्वी चंद्र रत्न सागर सुरिस्वर,
करें वंदन हम आपको गुरूवर।2।
32 वर्षो में 100 ओली की,
आपने की जो आराधना,
सागर समुदाय में ऐसे तपस्वी,
गुरुदेव श्री की अनुमोदना,
वर्धमान तप युग प्रभावक की,
दौलत गुरूवर से पदवी मिले,
“दिलबर” गुरु भक्तो के दिल में,
कहे ‘त्रिलोक’ संयम दीप जले,
तपस्वी चंद्र रत्न सागर सुरिस्वर,
करें वंदन हम आपको गुरूवर।3।
नाचण लाग्यो रे वैरागी मन,
झूमण लाग्यो रे वैरागी मन,
तपस्वी चंद्र रत्न सागर सुरिस्वर,
करे वंदन हम आपको गुरूवर,
करे तपस्या तपस्वी बने,
268 ओली गुरु पूर्ण करे,
अपनी आत्मा का उद्धार करे,
गुरु गच्छ का नाम रोशन करे,
तपस्वी चंद्र रत्न सागर सुरिस्वर,
करें वंदन हम आपको गुरूवर।4।
जैन जी के भजन हमें आध्यात्मिक पथ पर अग्रसर करते हैं और करे वंदन हम आपको गुरूवर भजन भी हमें गुरु के प्रति अपनी आस्था प्रकट करने की प्रेरणा देता है। यदि यह भजन आपको प्रेरणादायक लगा, तो “गुरुदेव की महिमा अपरंपार , गुरु बिना जीवन अधूरा , श्री जिनचंद्रसूरी जी की स्तुति” और “जिन शासन के प्रकाशदाता” जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और गुरुदेव के आशीर्वाद से अपने जीवन को कृतार्थ करें। 🙏
मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः 🙏