श्रद्धा और भक्ति का केंद्र, कुंडलपुर तीर्थ, जैन धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र स्थल है। मन को कुंडलपुर कर जाओ, बड़े बाबा मेरे भजन, भगवान आदिनाथ (बड़े बाबा) की महिमा का गुणगान करता है। जब मन कुंडलपुर की ओर प्रवाहित होता है, तो वहां की दिव्य ऊर्जा और आध्यात्मिक शांति से आत्मा पावन हो जाती है। आइए, इस भजन के माध्यम से बड़े बाबा की वंदना करें और अपने मन को कुंडलपुर की भक्ति में रमाएं।
Man Ko Kundalpur Kar Jao Bade Baba Mere Lyrics
मेरे रोम रोम में समा जाओ,
बड़े बाबा मेरे,
मन को कुंडलपुर कर जाओ,
बड़े बाबा मेरे।1।
मेरे जब तक प्राण रहें,
तेरा ही ध्यान रहे,
तेरे ही चरणो में,
ये मन अविराम रहे,
मैं जब भी नैन मूंदूँ,
मैं जब भी नैन खोलूं,
तेरे ही दर्शन से,
मुझको आराम रहे,
हर स्वांस में भक्ति भर जाओ,
बड़े बाबा मेरे,
मेरे रोम रोम में बस जाओ,
बड़े बाबा मेरे।2।
माना मैं पापी हूँ,
मैंने लाखों पाप किये,
पर तु तो दयालु है,
तूने सारे माफ किये,
इस सारी दुनियाँ में,
तेरे ही चर्चे है,
उन्हें सुनकर आया हूँ,
मन में संताप लिए,
मेरी बिगड़ी आज बना जाओ,
बड़े बाबा मेरे,
मेरे रोम रोम में बस जाओ,
बड़े बाबा मेरे।3।
मेरे रोम रोम में समा जाओ,
बड़े बाबा मेरे,
मन को कुंडलपुर कर जाओ,
बड़े बाबा मेरे।4।
जैन जी के भजन हमें तीर्थ स्थलों की महिमा का बोध कराते हैं और भगवान की भक्ति में लीन होने की प्रेरणा देते हैं। मन को कुंडलपुर कर जाओ, बड़े बाबा मेरे भजन हमें बड़े बाबा की कृपा का अनुभव कराता है और आत्मशुद्धि की राह दिखाता है। यदि यह भजन आपके मन में भक्ति का भाव जागृत करे, तो गुरु कृपा बरस गयी रे तक़दीर बदल गयी रे, पट्ट खोल तू दर्श करा दे रे – नाकोड़ा भैरव भजन, भैरूजी रा मन्दिर माही मोटा घुँघरा बाजे, गुरु ज्ञान की ज्योत जगाय गयो – भजन जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और भक्ति के इस आनंद में डूब जाएँ। 🙏
मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः 🙏