सुदर्शन मुनि प्यारे हमारे मन में भजन लिरिक्स

सुदर्शन मुनि प्यारे हमारे मन में भजन भगवान सुदर्शन मुनि के प्रति गहरी श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। यह भजन भगवान सुदर्शन मुनि के महान गुणों और उनके द्वारा दिखाए गए सत्य, अहिंसा, और शांति के मार्ग को स्वीकार करने का संदेश देता है। भक्त इस भजन के माध्यम से भगवान सुदर्शन मुनि से आशीर्वाद की कामना करते हैं और उनके मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं। यह भजन भक्तों के मन में सच्चे भक्ति भाव और आत्म-निर्भरता को जगाता है।

Sudarshan Muni Pyare Hamare Man Me

सुदर्शन मुनि प्यारे,
हमारे मन में,
समाए जो पपीहा,
मगन घन में।1।

शाशन की शान है ये,
संघ की शोभा,
इतने महान है ये,
फैली है महिमा,
जिनकी होती प्रशंसा,
है जन जन में,
समाए जो पपीहा,
मगन घन में।2।

संयम की साधना में,
ये सावधान है,
शिष्यों को भी बनाते,
अपने समान है,
लगे हैं ये तो रहते,
प्रत्येक क्षण में,
समाए जो पपीहा,
मगन घन में।3।

गुरु मदन लाल जी के,
उत्तराधिकारी,
उनके असूलों के हैं,
परम पुजारी,
आने नहीं देते,
कमी ये प्रण में,
समाए जो पपीहा,
मगन घन में।4।

जादू भरा सा होता,
इनका व्याख्यान है,
वाणी गम्भीर इनकी,
मेघ के समान है,
सिंह जो गरजता,
स्वतंत्र वन में,
समाए जो पपीहा,
मगन घन में।5।

बच्चे बच्चे को इनसे,
मिलती है प्रेरणा,
इनसे ही होती सच्ची,
धर्म प्रभावना,
दूँदभि सी है बजती,
मानो रण में,
समाए जो पपीहा,
मगन घन में।6।

सुदर्शन मुनि प्यारे,
हमारे मन में,
समाए जो पपीहा,
मगन घन में।7।

सुदर्शन मुनि प्यारे हमारे मन में जैसे भजन भगवान सुदर्शन मुनि के दिव्य गुणों और उनके आशीर्वाद का अहसास कराते हैं। उनकी उपासना से भक्तों का जीवन शुद्ध और सकारात्मक बनता है। इस भक्ति को और गहरा करने के लिए पर्वो में पर्व पर्युषण न्यारा भजन, अर्हम वन्दो जय पारस देवा भजन, चरणों में चारो धाम भजन, मेरे मन में पारसनाथ जैसे अन्य जैन भजनों को पढ़ें और अपनी भक्ति को सशक्त करें। 🙏

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