नवकार मंत्र जैन धर्म का सबसे पवित्र और शक्तिशाली मंत्र है, जो आत्मा की शुद्धि, आध्यात्मिक उत्थान और शांति का मार्ग प्रशस्त करता है। आओ नवकार का जाप हम करें भजन हमें इस दिव्य मंत्र की महिमा का गुणगान करने और इसके नियमित जाप की प्रेरणा देता है। जब हम नवकार मंत्र का जाप करते हैं, तो हमारे भीतर सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है, चित्त निर्मल होता है और हमें आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है। आइए, इस भजन के माध्यम से नवकार मंत्र के महत्व को आत्मसात करें।
Aao Navkar Ka Jaap Hum Kare
आओ नवकार का जाप हम करे,
सुबह शाम आठो याम ध्यान हम धरे।1।
मंत्रो में मंत्र बड़ा प्यारा है,
जान से ज्यादा हमको प्यारा है,
सुबह शाम आठो याम ध्यान हम धरे,
आओं नवकार का जाप हम करे।2।
अडसठ अक्षरो से ये सोभित है,
नवपद जिसमें सदा वंदित है,
देव और दानव जिसका सुमिरन करे,
आओं नवकार का जाप हम करे।3।
पंच परमेष्टि जिसमे पावन है,
अष्ट सिद्धि भी मन भावन है,
ये महामंत्र सारे दुख दर्द हरे,
आओं नवकार का जाप हम करे।4।
दास ‘दिलबर’ का यही कहना है,
तन का श्रंगार यही गहना है,
मंत्र नवकार को हम वंदना करे,
आओं नवकार का जाप हम करे।5।
आओ नवकार का जाप हम करे,
सुबह शाम आठो याम ध्यान हम धरे।6।
जैन जी के भजन हमें धर्म, भक्ति और आत्मशुद्धि की राह दिखाते हैं। आओ नवकार का जाप हम करें भजन भी हमें नवकार मंत्र की शक्ति और प्रभाव का बोध कराता है। यदि यह भजन आपको प्रेरणादायक लगे, तो दिल से बोलो भक्तो नाकोड़ा भैरव का जयकारा, अपने होंठों पे तेरा नाम सजा रखा है, ये है मयण रेहा की कथा, हमें ना भुलाना दादा हमें ना भुलाना जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और नवकार मंत्र के जाप से आत्मिक शांति प्राप्त करें। 🙏
मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः 🙏