दे दो मुझे भी भेरूजी चरणों की चाकरी

सच्ची भक्ति वही है, जिसमें मन, वचन और काया से अपने आराध्य के चरणों में समर्पण की भावना प्रकट हो। दे दो मुझे भी भेरूजी चरणों की चाकरी भजन इसी श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है। इस भजन में भक्त नाकोड़ा भैरव जी से यह विनती करता है कि उसे भी उनके पावन चरणों की सेवा का सौभाग्य प्राप्त हो। यह भजन हमें सिखाता है कि जब हम भक्ति में लीन होकर अपने आराध्य की सेवा का संकल्प लेते हैं, तो हमारा जीवन सच्चे अर्थों में धन्य हो जाता है। आइए, इस भजन के माध्यम से नाकोड़ा भैरव जी के प्रति अपनी अटूट भक्ति प्रकट करें।

De Do Mujhe Bhi Bheruji Charano Ki Chakari

दे दो मुझे भी भेरूजी,
चरणों की चाकरी,
लगती रहेगी मेरी भी,
तेरे दर पे हाजरी,
दे दो मुझें भी भेरू जी,
चरणों की चाकरी।1।

पलके बिछी हो राहो में,
स्वागत करें नयन,
सेवा में तेरी रोज ही,
लागे ये मेरा मन,
पड़ जाये मुझपे तेरी ये,
दृष्टि दया भरी,
दे दो मुझें भी भेरू जी,
चरणों की चाकरी।2।

मिल जाये मुझको दादा जो,
तेरी ये बन्दगी,
रेखा जो बदले किस्मत की,
रोशन हो जिन्दगी,
तेरी कृपा की दौलत से,
झोली ये हो भरी,
दे दो मुझें भी भेरू जी,
चरणों की चाकरी।3।

सेवा में तेरी है ये मगन,
टुकलिया परिवार,
दिलबर प्रवीण के साथ है,
भैरव जी सरकार,
उषा गाये तेरे भजन,
है श्रद्धा मेरी खरी,
दे दो मुझें भी भेरू जी,
चरणों की चाकरी।4।

दे दो मुझे भी भेरूजी,
चरणों की चाकरी,
लगती रहेगी मेरी भी,
तेरे दर पे हाजरी,
दे दो मुझें भी भेरू जी,
चरणों की चाकरी।5।

जैन जी के भजन हमें भक्ति, श्रद्धा और आत्मसमर्पण की भावना से जोड़ते हैं। “दे दो मुझे भी भेरूजी चरणों की चाकरी” भजन भी हमें यह सिखाता है कि जब हम सच्चे हृदय से भैरव देव की सेवा की इच्छा रखते हैं, तो वे हमें अपनी छत्रछाया में स्थान देते हैं। यदि यह भजन आपके मन में भक्ति भाव को जागृत करे, तो “नाकोड़ा भैरव जी की अपार कृपा , जय हो भैरव बाबा की , भक्तों के संकट हरने वाले भैरव” और “नाकोड़ा जी का चमत्कारी दरबार” जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और नाकोड़ा भैरव जी की भक्ति में रम जाएं। 🙏

Share

Leave a comment