अपने होंठों पे तेरा नाम सजा रखा है

जब भक्त का हृदय पूर्ण समर्पण और श्रद्धा से भर जाता है, तो उसके होंठों पर सदा अपने आराध्य का नाम रहता है। अपने होंठों पे तेरा नाम सजा रखा है भजन इसी भक्तिभाव को प्रकट करता है, जहां भैरव देव के प्रति अटूट प्रेम और आस्था उजागर होती है। यह भजन हमें सिखाता है कि जब हम सच्चे मन से भक्ति करते हैं और अपने आराध्य का नाम स्मरण करते हैं, तो जीवन में हर कठिनाई सहज हो जाती है।

Apne Hontho Pe Tera Naam Saja Rakha Hai

अपने होंठों पे तेरा नाम,
सजा रखा है,
हमने आंखों में तुम्हे,
गुरूवर बसा रखा है।1।

मन के मंदिर में भजन,
तेरा ही चलता रहे,
तेरी प्रतिमा से ओ गुरुवर,
दिल बहलता रहे,
हम है दीवाने तेरे,
बस तुझे याद करे,
भूल से तूने हमको गुरूवर,
भुला रखा है,
हमने आंखों में तुम्हे,
गुरूवर बसा रखा है।2।

तू जो एक बार मिले,
ये शिकायत ये गीले,
हम सुनायेंगे तुम्हे,
गुरूवर बुरे हो या भले,
एक दरकार मेरी,
सुनलो सरकार मेरी,
‘दिनु’ दीपक बनाके दिल को,
जला रखा है,
हमने आंखों में तुम्हे,
गुरूवर बसा रखा है।3।

अपने होंठों पे तेरा नाम,
सजा रखा है,
हमने आंखों में तुम्हे,
गुरूवर बसा रखा है।4।

जैन जी के भजन हमें भक्ति, श्रद्धा और आत्मीयता की राह दिखाते हैं। अपने होंठों पे तेरा नाम सजा रखा है भजन भी हमें सिखाता है कि जब हमारे होंठों पर अपने आराध्य का नाम होता है, तो जीवन की हर मुश्किल आसान हो जाती है। यदि यह भजन आपको भावविभोर कर दे, तो ये है मयण रेहा की कथा, हमें ना भुलाना दादा हमें ना भुलाना, नाकोड़ा रा देव भेरूजी थोने मनावण आया, भेरूजी मेरी जान है नाकोड़ा भेरुजी भजन जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और भैरव देव की भक्ति में डूब जाएं। 🙏

Share

Leave a comment