प्रभु का द्वार हर भक्त के लिए शरण और शांति का स्थान होता है। प्रभु जी के द्वारे, मन ये पुकारे भजन हमें यह अनुभव कराता है कि जब हम सच्चे मन से प्रभु की भक्ति में लीन होते हैं, तो वे हमारी पुकार अवश्य सुनते हैं। यह भजन हमें भगवान की शरण में जाने, उनके नाम का स्मरण करने और अपनी आत्मा को शुद्ध करने की प्रेरणा देता है। आइए, इस भजन के माध्यम से प्रभु जी की महिमा का गुणगान करें और उनकी कृपा प्राप्त करें।
Prabhu Ji Ke Dware Man Ye Pukare
प्रभु जी के द्वारे,
मन ये पुकारे,
जिनवर के दर सा कोई,
धाम नहीं है,
प्रभु जी के द्वारें।1।
ज्ञान दिवाकर,
शांति सुधाकर,
त्रिभुवन निहारो,
कैवल्य पाकर,
सारे जगत में तुमसा,
नाम नहीं है,
प्रभु जी के द्वारें,
मन ये पुकारे,
जिनवर के दर सा कोई,
धाम नहीं है,
प्रभु जी के द्वारें।2।
तुम जग विधाता,
मोक्ष प्रदाता,
तुमको जो ध्याये,
तुमसा हो जाता,
भक्ति सिवा अब कोई,
काम नहीं है,
प्रभु जी के द्वारें,
मन ये पुकारे,
जिनवर के दर सा कोई,
धाम नहीं है,
प्रभु जी के द्वारें।3।
प्रभु जी के द्वारे,
मन ये पुकारे,
जिनवर के दर सा कोई,
धाम नहीं है,
प्रभु जी के द्वारें।4।
जैन जी के भजन हमें प्रभु भक्ति और आत्मिक शांति का मार्ग दिखाते हैं। प्रभु जी के द्वारे, मन ये पुकारे भजन भी हमें प्रभु के प्रति अटूट श्रद्धा रखने की प्रेरणा देता है। यदि यह भजन आपके मन में भक्ति और आनंद भर दे, तो एक बार दिल से गुरु के दर पे आइये जैन भजन, मेरे मन में गुरूवर आये मन मेरा पावन हुआ जैन भजन, तू ही है सबका दाता तू महावीर कहलाता भजन, शरणा आया जिनवाणी माँ जिनवाणी स्तुति जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और प्रभु की भक्ति में मग्न हो जाएं। 🙏
मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः 🙏