प्रभु तुमको वंदन मैं करता हूँ अर्पण ये जीवन मेरा लिरिक्स

भक्ति का सच्चा स्वरूप वही है, जब हम अपने तन, मन और आत्मा को पूर्ण रूप से प्रभु के चरणों में समर्पित कर दें। प्रभु, तुमको वंदन मैं करता हूँ, अर्पण ये जीवन मेरा भजन भक्त के उसी गहरे समर्पण और श्रद्धा को प्रकट करता है। जब हमारा मन प्रभु की भक्ति में रम जाता है, तो हर सांस, हर कर्म, और हर विचार प्रभु की सेवा में अर्पित हो जाता है। आइए, इस भजन के माध्यम से अपनी श्रद्धा प्रकट करें और अपने जीवन को प्रभुचरणों में समर्पित करें।

Prabhu Tumko Vandan Main Karta Hun Apran Ye Jivan Mera

प्रभु तुमको वंदन,
मैं करता हूँ अर्पण,
ये जीवन मेरा,
हे करुणा के सागर,
अनादि का काटो,
ये बन्धन मेरा,
प्रभु तुमकों वंदन,
मैं करता हूँ अर्पण।1।

तुम्ही ध्येय हो और,
तुम्ही ध्यान मेरे,
मैं जब तक भी जन्मु,
हो भगवान मेरे,
मेरा जब मरण हो,
तेरी ही शरण हो,
हर एक स्वांस में होवे,
चिंतन तेरा,
प्रभु तुमकों वंदन,
मैं करता हूँ अर्पण,
ये जीवन मेरा।2।

प्रभु अवगुणों का,
हूँ मैं तो पिटारा,
मगर तुमने कितने ही,
पतितों को तारा,
भँवर में है नैय्या,
बनो तुम खिवैय्या,
यही आस सुन लोगे,
कृन्दन मेरा,
प्रभु तुमकों वंदन,
मैं करता हूँ अर्पण,
ये जीवन मेरा।3।

प्रभु तुमको वंदन,
मैं करता हूँ अर्पण,
ये जीवन मेरा,
हे करुणा के सागर,
अनादि का काटो,
ये बन्धन मेरा,
प्रभु तुमकों वंदन,
मैं करता हूँ अर्पण।4।

जैन जी के भजन हमें भक्ति और आत्मसाधना के पथ पर अग्रसर करते हैं। प्रभु, तुमको वंदन मैं करता हूँ, अर्पण ये जीवन मेरा भजन हमें यह सिखाता है कि सच्ची भक्ति में ही जीवन की सार्थकता है। यदि यह भजन आपके हृदय को प्रभु की भक्ति में रंग दे, तो मेरे मन में आकर बस जाओ महावीर प्रभु जी भजन, चाहे मन में कैसी उलझन हो बोलो ॐ अर्हम, उपकार तेरा होगा गुरुवर मेरे मन के भावों को कहने दो, नाकोड़ा में भक्तो की टोली चली भजन जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और प्रभु की भक्ति में लीन हों। 🙏

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