मेरे मन में गुरूवर आये मन मेरा पावन हुआ जैन भजन लिरिक्स

गुरुवर का सान्निध्य हमारे मन और आत्मा को शुद्ध कर देता है। मेरे मन में गुरूवर आये, मन मेरा पावन हुआ भजन हमें यह अनुभव कराता है कि जब गुरु कृपा से हृदय में ज्ञान की ज्योति जलती है, तो सारा जीवन आध्यात्मिक प्रकाश से भर उठता है। गुरु के वचनों में इतनी शक्ति होती है कि वे भटकती हुई आत्मा को भी मोक्षमार्ग की ओर प्रेरित कर सकते हैं। आइए, इस भजन के माध्यम से गुरुवर के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करें और उनकी अमृतमयी वाणी को आत्मसात करें।

Mere Man Men Guruvar Aaye Man Mera Pavan Hua

मेरे मन में गुरूवर आये,
मन मेरा पावन हुआ,
सुख ही सुख के बादल छाए,
समता का सावन हुआ।1।

भटका रहा मैं भव-भव में लेकिन,
गुरु की शरण न मिली,
अब जाके गुरु की वाणी सुनी है,
ज्ञान की ज्योत जली,
जिनवर की वाणी,
गुरूवर के मुख से,
लगती है ऐसी भली,
सुनकर के जिसको,
पुलकित हृदय में,
संयम की बगिया खिली,
भेद-ज्ञान के पुष्पों से मेरा,
जीवन मनभावन हुआ,
सुख ही सुख के बादल छाए,
समता का सावन हुआ।2।

मन में मेरे बस है एक इच्छा,
चरणों मे गुरु के रहूं,
गुरूवर को देखूं गुरूवर को सोचू,
गुरूवर ही मुख से कहूं,
गुरु ने जो मुझको,
राह दिखाई,
उस पर सदा ही चलूं,
गुरु मेरे एक दिन,
भगवन बनेंगे,
मैं भी उन्हीं सा बनूँ,
जिनवाणी की फैली सुगन्धी,
मन मेरा मधुवन हुआ,
सुख ही सुख के बादल छाए,
समता का सावन हुआ।3।

मेरे मन में गुरूवर आये,
मन मेरा पावन हुआ,
सुख ही सुख के बादल छाए,
समता का सावन हुआ।4।

जैन जी के भजन हमें गुरु भक्ति और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। मेरे मन में गुरूवर आये, मन मेरा पावन हुआ भजन भी गुरु कृपा का महत्व दर्शाता है। यदि यह भजन आपके हृदय में भक्ति और श्रद्धा का संचार करे, तो तू ही है सबका दाता तू महावीर कहलाता भजन, शरणा आया जिनवाणी माँ जिनवाणी स्तुति, आओ जी आओ गुरुदेव म्हारे आंगणा जैन भजन, दीक्षा दिवस हम सब गुरुवर का मिलके आज मनाये  जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और गुरु भक्ति में रम जाएं। 🙏

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