आओ जी आओ गुरुदेव म्हारे आंगणा जैन भजन लिरिक्स

गुरुदेव का आगमन भक्तों के जीवन में दिव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करता है। आओ जी आओ गुरुदेव म्हारे आंगणा भजन श्रद्धा, भक्ति और प्रेम से भरा हुआ एक आत्मीय निमंत्रण है, जो गुरुवर के चरणों में समर्पण का भाव व्यक्त करता है। जब गुरुदेव किसी स्थान पर पधारते हैं, तो वहां का वातावरण पवित्र और धर्ममय हो जाता है। आइए, इस भजन के माध्यम से अपने मन-मंदिर में गुरुदेव की वंदना करें।

Aao Ji Aao Gurudev Mhare Aangna

आओ जी आओ गुरुदेव,
म्हारे आंगणा,
भगत है आया बुलाने गुरूजी,
आओ जी आओ गुरुदेंव,
म्हारे आंगणा।1।

मेरे गुरुवर थे आ जाओ,
आया हु पड़गाहन को,
अत्रों अत्रों तिष्ठो तिष्ठो,
कहकर तुम्हे मनाऊ में,
आओ जी आओ गुरुदेंव,
म्हारे आंगणा।2।

उच्चासन पर आन विराजो,
चरण कमल में पखारू जी,
नवधा भक्ति करके गुरुवर,
अष्टद्रव्य चढ़ाउ में,
आओ जी आओ गुरुदेंव,
म्हारे आंगणा।3।

करके पूजन थारी गुरुवर,
भवसागर तर जाऊ में,
तन मन शुद्धि वचन में शुद्धि,
धर आहार कराऊ में,
आओ जी आओ गुरुदेंव,
म्हारे आंगणा।4।

आओ जी आओ गुरुदेव,
म्हारे आंगणा,
भगत है आया बुलाने गुरूजी,
आओ जी आओ गुरुदेंव,
म्हारे आंगणा।5।

जैन जी के भजन हमारी आत्मा को शुद्ध करते हैं और हमें गुरु भक्ति में लीन होने की प्रेरणा देते हैं। आओ जी आओ गुरुदेव म्हारे आंगणा भजन भी इसी भक्ति भाव को जाग्रत करता है। यदि यह भजन आपके मन को शांति और श्रद्धा से भर दे, तो दीक्षा दिवस हम सब गुरुवर का मिलके आज मनाये, देवनंदी गुरुदेव जय हो आचार्य प्रवर जैन भजन, मेरा दादा बड़ा मतवाला के नाकोड़ा विराजे रे, प्रभु पार्श्व तेरा दरबार मेरे मन को लुभाता है जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और गुरु भक्ति में रम जाएं। 🙏

Share

Leave a comment