गुरु का जीवन में महत्व अपार होता है। वे हमें अज्ञान के अंधकार से निकालकर ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं। गुरुवर का हुआ उपकार बहुत, अज्ञान तिमिर हरने के लिए भजन गुरुदेव की महान कृपा और उनके आशीर्वाद का गुणगान करता है। यह भजन हमें यह संदेश देता है कि गुरुवर के उपदेश और मार्गदर्शन से ही आत्मिक उन्नति संभव है। आइए, इस भजन को पढ़कर गुरुदेव के प्रति कृतज्ञता प्रकट करें।
Guruvar Ka Hua Upakar Bahut Agyaan Timir Harne Ke Liye
गुरुवर का हुआ उपकार बहुत,
अज्ञान तिमिर हरने के लिए,
मेरे मन को बनाया है गागर,
प्रभु ज्ञान सुधा भरने के लिए,
गुरुवर का हुआ ऊपकार बहुत।1।
तन को अपना था मान रहा,
पर द्रव्यों में सुख था जान रहा,
पांचो पापों में लिप्त रहा,
साश्वत सुख से अनजान रहा,
मिथ्यात्व का मेरे नाश किया,
सम्यक्त्व प्रकट करने के लिए,
गुरुवर का हुआ ऊपकार बहुत।2।
निज आत्म स्वभाव में रम जाऊं,
एक दिन तुमसा ही बन जाऊं,
गुरुवर ऐसा वर दो मुझको,
भव भव तुमसा ही गुरु पाऊं,
गुणगान सदा ही करता रहूँ,
भव-सागर से तिरने के लिए,
गुरुवर का हुआ ऊपकार बहुत।3।
गुरुवर का हुआ उपकार बहुत,
अज्ञान तिमिर हरने के लिए,
मेरे मन को बनाया है गागर,
प्रभु ज्ञान सुधा भरने के लिए,
गुरुवर का हुआ ऊपकार बहुत।4।
जैन जी के भजन सदैव हमारे मन को शुद्ध और शांत करते हैं। गुरुवर का हुआ उपकार बहुत भजन हमें यह एहसास कराता है कि बिना गुरु कृपा के ज्ञान और मोक्ष का मार्ग कठिन है। यदि यह भजन आपको प्रेरित करे, तो दे दो दर्शन प्रभु नेमीनाथ प्रभु भजन, स्थापना दिवस भैरव देव का नाकोडा भैरव भजन, अरिहंतो का ध्यान धरो निर्ग्रंथों का मान करो, ओ मेरे जिनवर हर घड़ी हर पहर भजन जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और गुरुवर की वाणी को आत्मसात करें। जय गुरुदेव! 🙏
मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः 🙏