भक्ति जब सच्चे हृदय से की जाती है, तो ईश्वर का आशीर्वाद अवश्य प्राप्त होता है। भैरव देव आ जाते मेरे सामने भजन भक्तों की अटूट श्रद्धा और विश्वास को प्रकट करता है। जब भक्त भक्ति में लीन होकर भैरव देव को पुकारता है, तो उनकी कृपा से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इस भजन में भैरव देव की महिमा, उनकी उपस्थिति का अनुभव और उनकी कृपा का वर्णन किया गया है, जिससे भक्तों को आत्मिक शांति प्राप्त होती है। आइए, इस भजन के माध्यम से हम भी भक्ति की इस अनुभूति को महसूस करें।
Bhairv Dev Aa Jate Mere Samane
नाकोडा में पार्श्व भैरव का,
कितना सुंदर धाम है,
मेवानगर के राजा जिनका,
इस दुनिया मे नाम है,
जब दिल से इसे पुकारू मैं,
इन नयनो से निहारु मैं हो,
भैरव देव आ जाते मेरे सामने,
मेरा दादा आ जाते मेरे सामने।1।
पार्श्वनाथ की सुंदर प्रतिमा,
मेरे मन को लुभाती है,
काला गोरा भैरव संग में,
दीये संग ज्यो बाती है,
जब जब भी आंगिया रचाऊँ में,
जब दिव्य ज्योत प्रकटाऊँ में,
भैरव देव आ जातें मेरे सामने,
मेरा दादा आ जाते मेरे सामने।2।
गजब का है श्रंगार इनके,
मुख पे चमके नूर है,
काला गौरा भैरव देव,
हाज रा हजूर है,
भक्ति से इन्हें रिझाऊँ में,
प्यारा सा भजन सुनाऊँ में,
भैरव देव आ जातें मेरे सामने,
मेरा दादा आ जाते मेरे सामने।3।
तेरा ही दीदार करूँ में,
जहाँ भी जाती है ये नजर,
है अनमोल ये लम्हा ‘दिलबर’,
आया में दादा के दर,
दिल का हाल सुनाऊँ में,
चरणों में शीश झुकाऊँ में,
भैरव देव आ जातें मेरे सामने,
मेरा दादा आ जाते मेरे सामने।4।
नाकोडा में पार्श्व भैरव का,
कितना सुंदर धाम है,
मेवानगर के राजा जिनका,
इस दुनिया मे नाम है,
जब दिल से इसे पुकारू मैं,
इन नयनो से निहारु मैं हो,
भैरव देव आ जाते मेरे सामने,
मेरा दादा आ जाते मेरे सामने।5।
जैन जी के भजन हमें भक्ति और श्रद्धा की शक्ति का अहसास कराते हैं। भैरव देव आ जाते मेरे सामने भजन हमें यह सिखाता है कि जब हम सच्चे मन से भैरव देव का स्मरण करते हैं, तो उनकी कृपा से हमारा जीवन संवर जाता है। यदि यह भजन आपके हृदय में भक्ति भाव जगाए, तो गुरु ऋषभ की याद में आंखों से ये बरसे धारा, किस्मत पर नाज करूँ जिन कुशल गुरु जो मिले, शिखरजी वाले पारस बाबा जैन भजन, हो गुरुवर प्यारे ये भक्त तुम्हारे दादागुरुदेव भजन जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और भक्ति के इस आनंद में डूब जाएँ। 🙏
मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः 🙏