जब भी मन अशांत होता है, तो प्रभु जिनवर का स्मरण हमें शांति और संतोष प्रदान करता है। ओ मेरे जिनवर हर घड़ी हर पहर भजन हमारे उस अटूट विश्वास और समर्पण का प्रतीक है, जिसमें हम हर पल, हर घड़ी प्रभु को याद करते हैं और उनकी शरण में रहते हैं। यह भजन हमें यह अहसास कराता है कि जिनवर की कृपा से हमारा जीवन धर्ममय बन सकता है, और उनकी उपासना से आत्मा को सच्ची शांति मिलती है। आइए, इस मधुर भजन का पाठ करें और प्रभु के प्रति अपनी भक्ति प्रकट करें।
O Mere Jinavar Har Ghadi Har Pahar
ओ मेरे जिनवर,
हर घड़ी हर पहर,
तुझसे बिछड़कर,
रोये हम,
एक यही थी लगन,
होगे कब दर्शन,
कब होगा मिलन,
रोये मन,
किये दर्शन मिला आनंद,
कभी दर बंद ना करना,
है कौन यहाँ एक तेरे सिवा,
प्रभु हमे दूर ना करना।1।
तू दिल के पास है कितना,
विरह सहकर के ही जाना,
घिरे संकट के जब बादल,
तेरी महिमा को पहचाना,
क्षमा करना हमारे गुनाह,
है बालक हम दया करना,
है कौन यहाँ एक तेरे सिवा,
प्रभु हमे दूर ना करना।2।
अंधेरो में तू दीपक है,
तू ही ममता का आँचल है,
जीवन हर मोड़ पर जंग है,
प्रभु तू है संग तो सम्बल है,
‘प्रदीप’ तेरा नाम दिल मे धरे,
कृपा सब पर सदा करना,
है कौन यहाँ एक तेरे सिवा,
प्रभु हमे दूर ना करना।3।
ओ मेरे जिनवर,
हर घड़ी हर पहर,
तुझसे बिछड़कर,
रोये हम,
एक यही थी लगन,
होगे कब दर्शन,
कब होगा मिलन,
रोये मन,
किये दर्शन मिला आनंद,
कभी दर बंद ना करना,
है कौन यहाँ एक तेरे सिवा,
प्रभु हमे दूर ना करना।4।
जैन जी के भजन सच्ची श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत होते हैं। ओ मेरे जिनवर हर घड़ी हर पहर भजन भी हमें यह प्रेरणा देता है कि प्रभु का स्मरण निरंतर करना चाहिए, ताकि हमारा जीवन सफल और सार्थक बन सके। यदि यह भजन आपको भाव-विभोर कर दे, तो मन मंदिर में बसा रखी है गुरु तस्वीर सलोनी जैन भजन, प्रभु तुमको वंदन मैं करता हूँ अर्पण ये जीवन मेरा, मेरे मन में आकर बस जाओ महावीर प्रभु जी भजन, चाहे मन में कैसी उलझन हो बोलो ॐ अर्हम जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और भक्ति की भावना को और प्रगाढ़ करें। 🙏

मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः