मेरे मन में आकर बस जाओ महावीर प्रभु जी भजन लिरिक्स

जब भक्त का हृदय पूर्ण समर्पण के साथ प्रभु को पुकारता है, तो वह पुकार अवश्य सुनी जाती है। मेरे मन में आकर बस जाओ, महावीर प्रभु जी भजन भक्त की इसी गहन प्रार्थना को दर्शाता है। भगवान महावीर की करुणा, अहिंसा, और सत्य के सिद्धांत हमारे जीवन को शुद्ध और शांतिपूर्ण बनाते हैं। आइए, इस भजन के माध्यम से अपने हृदय में महावीर प्रभु के दिव्य गुणों को समाहित करें।

Mere Man Men Aakar Bas Jao Mahavir Prabhu Ji

मेरे मन में आकर बस जाओ,
महावीर प्रभु जी,
महावीर प्रभु जी,
मुझे सत्य की राह दिखा जाओ,
महावीर प्रभु जी,
महावीर प्रभु जी।1।

माना मैं पापी हूँ,
मैंने लाखों पाप किये,
पर तु तो दयालु है,
तूने सारे माफ किये,
इस सारी दुनिया में,
तेरे ही चर्चे है,
उन्हें सुनकर आया हूँ,
मन में संताप लिए,
मेरी बगड़ी आज बना जाओ,
महावीर प्रभु जी,
महावीर प्रभु जी।2।

जग सारा देख लिया,
पर समझ न आता है,
जिसे मन अपना समझे,
वही छोड़ के जाता है,
कर्मों का खेल यहां,
बड़ा अज़ब निराला है,
जो जोड़े खोता है,
जो छोड़े पाता है,
मुझे निश्चल हृदय बना जाओ,
महावीर प्रभु जी,
महावीर प्रभु जी।3।

मेरे मन में आकर बस जाओ,
महावीर प्रभु जी,
महावीर प्रभु जी,
मुझे सत्य की राह दिखा जाओ,
महावीर प्रभु जी,
महावीर प्रभु जी।4।

जैन जी के भजन हमें भक्ति और आत्मकल्याण की ओर प्रेरित करते हैं। मेरे मन में आकर बस जाओ, महावीर प्रभु जी भजन हमें प्रभु महावीर की शरण में जाने और उनके उपदेशों को अपने जीवन में अपनाने की प्रेरणा देता है। यदि यह भजन आपके हृदय को भक्तिमय कर दे, तो चाहे मन में कैसी उलझन हो बोलो ॐ अर्हम, उपकार तेरा होगा गुरुवर मेरे मन के भावों को कहने दो, नाकोड़ा में भक्तो की टोली चली भजन, भैरव देव आ जाते मेरे सामने भजन  जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और महावीर प्रभु की कृपा का अनुभव करें। 🙏

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