श्रद्धा जब मन में घर कर लेती है, तो हर भक्त का हृदय परमात्मा के दरबार में जाने को आतुर हो उठता है। मैं नाकोडा जी जाऊँगा ले के सारा परिवार भजन इसी भक्तिभाव को प्रकट करता है। यह नाकोडा भैरव जी की कृपा और उनकी महिमा को दर्शाने वाला मधुर भजन है, जो हर जैन भक्त के हृदय में भक्ति की लौ जलाता है। आइए, इस भजन के भावों को आत्मसात करें और नाकोडा भैरव जी के पावन चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित करें।
Main Nakoda Ji Jaunga Le Ke Sara Parivar
मैं नाकोडा जी जाऊँगा,
ले के सारा परिवार,
मैं दर्शन पाऊँगा,
पारस जी भेरू जी के,
भजन मैं कराऊँगा,
मेवानगरी के पल को,
भुल न पाऊँगा,
मैं भूल उसे न पाऊँगा।।
दादा का बुलावा आया,
नाकोडा जी जाना है,
वादा किया जो हमने,
आज वो निभाना है,
मौका मिला है हमको,
व्यर्थ न गंवाना है,
जाके दरबार में हमको,
हाजरी लगाना,
फर्ज मैं निभाउंगा,
मेवानगरी के पल को,
भुल न पाऊँगा,
मैं भूल उसे न पाऊँगा।।
नैनो से निहारूँगा मैं,
मेरे सरकार को,
फूलो से सजाऊँगा मैं,
सारे दरबार को,
भोग लगाऊँगा मैं,
छप्पन प्रकार के,
भक्ति करेंगे हम,
तन मन वार,
मैं सबको नचाऊँगा,
मेवानगरी के पल को,
भुल न पाऊँगा,
मैं भूल उसे न पाऊँगा।।
दादा से मेरी जब,
मुलाकात होगी,
सुख दुख की वो,
सारी बात होगी,
जब वो कृपा की,
बरसात होगी,
“दिलबर” निराली वो,
सौगात होगी,
किशन कहे गाऊँगा,
मैं छेड़ के मन का साज,
प्रभु गुण गाऊँगा,
मेवानगरी के पल को,
भुल न पाऊँगा,
मैं भूल उसे न पाऊँगा।।
मैं नाकोडा जी जाऊँगा,
ले के सारा परिवार,
मैं दर्शन पाऊँगा,
पारस जी भेरू जी के,
भजन मैं कराऊँगा,
मेवानगरी के पल को,
भुल न पाऊँगा,
मैं भूल उसे न पाऊँगा।।
नाकोडा भैरव जी की महिमा अनंत है, और उनकी भक्ति से भक्तों को अपार शांति व सुख की प्राप्ति होती है। “मैं नाकोडा जी जाऊँगा ले के सारा परिवार जैसे भजन हमारे मन को उनकी कृपा में लीन कर देते हैं। इसी भक्ति-भाव को और प्रगाढ़ करने के लिए “नाकोडा भैरव जी की महिमा, भेरूजी के दरबार में अरदास, नवकार मंत्र की शक्ति, और “जय भैरव बाबा” जैसे अन्य जैन भजनों को पढ़ें और अपने मन को भक्ति में डुबो दें। 🙏
मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः 🙏