नाकोड़ा भैरव जी की कृपा जिस पर बरसती है, उसका जीवन आनंद, सुख और शांति से भर जाता है। भैरव करो मेहर की नजरिया भजन इसी भक्तिपूर्ण आह्वान को व्यक्त करता है, जिसमें भक्त अपने आराध्य से दया और आशीर्वाद की याचना करता है। यह भजन हमें यह विश्वास दिलाता है कि जब हम सच्चे मन से भैरव देव की आराधना करते हैं, तो वे हमारी सभी परेशानियों को हर लेते हैं और जीवन को सुख-समृद्धि से भर देते हैं।
Bhairav Karo Mehar Ki Nazariya
नाकोड़ा भैरव मेरे,
खाली न जाऊँगी दादा तेरे दर से,
लेकर उम्मीदे आई हूँ में घर से,
छोडूँगी ना तोरी दुवरिया,
भैरव करो मेहर की नजरिया,
दादा करो महर की नजरिया,
भैरव मेरी ले लो ना खबरिया,
दादा करो महर की नजरिया।1।
बांटी खुशिया थी बदले में,
मिला मुझको गम गम,
अपने हुए सब पराये आंखे,
हुई मेरी नम नम,
हाले दिल अपना तुमको,
सुनायेंगे हम हम,
सारी उमरियाँ सारी उमरियाँ,
करूँ में भक्ति सारी उमरियाँ,
तोरी दुवरिया सारी उमरियाँ,
भैरव करों महर की नजरिया,
दादा करो महर की नजरिया,
भैरव मेरी ले लो ना खबरिया,
दादा करो महर की नजरिया,
नाकोड़ा में निकले ये दम,
साथ रहे भैरव जन्मो जनम।2।
नाकोड़ा भैरव मेरे,
खाली न जाऊँगी दादा तेरे दर से,
लेकर उम्मीदे आई हूँ में घर से,
छोडूँगी ना तोरी दुवरिया,
भैरव करो मेहर की नजरिया,
दादा करो महर की नजरिया,
भैरव मेरी ले लो ना खबरिया,
दादा करो महर की नजरिया।3।
जैन जी के भजन हमें श्रद्धा और विश्वास की शक्ति से जोड़ते हैं। भैरव करो मेहर की नजरिया भजन भी हमें यह सिखाता है कि नाकोड़ा भैरव जी की कृपा से असंभव भी संभव हो सकता है। यदि यह भजन आपके हृदय को भक्ति भाव से भर दे, तो “नाकोड़ा भैरव जी की अपार कृपा , जय हो भैरव बाबा की , भक्तों के संकट हरने वाले भैरव” और “नाकोड़ा जी का चमत्कारी दरबार” जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और नाकोड़ा भैरव जी की भक्ति में रम जाएं। 🙏
मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः 🙏