मेरी तकदीर में क्या लिखा तू ही जाने मेरे सांवरे

मेरी तकदीर में क्या लिखा, तू ही जाने मेरे सांवरे —यह भजन एक सच्चे भक्त की उस भावना को प्रकट करता है, जहां वह अपने जीवन की डोर पूरी तरह श्याम बाबा के हाथों में सौंप देता है। जब कोई भक्त पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ बाबा के चरणों में समर्पित हो जाता है, तो उसे अपने भाग्य की कोई चिंता नहीं रहती। यह भजन हमें श्याम पर अटूट विश्वास रखने और उनकी कृपा को जीवन का सबसे बड़ा सहारा मानने की प्रेरणा देता है।

Meri Takdir Me Kya Likha Tu Hi Jane Mere Sanware

मेरी तकदीर में क्या लिखा,

जब तक सांसे चलेगी,
होगी तेरी दरकार,
मर भी गया तो रखना प्रभु,
तेरे दरबार।।

मेरी तकदीर में क्या लिखा,
तू ही जाने मेरे सांवरे,
दास व्याकुल दर्श के बिना,
दे दे चरणो की तू छाव रे,
जब तक सांसे चलेगी,
होगी तेरी दरकार,
मर भी गया तो रखना प्रभु,
तेरे दरबार।।

मेरी जन्नत है तेरा ही दर,
भटकू में क्यू इधर से उधर,
जीना मरना शरण में तेरे,
बाबा कर दो न इतनी मेहर,
जब तक सांसे चलेगी,
होगी तेरी दरकार,
मर भी गया तो रखना प्रभु,
तेरे दरबार।।

मन “रसिक” बस ये चाहे प्रभु,
चरणों की तेरे खाक बनू,
शोहरतो की तमन्ना नही,
तेरे दाने पे हरदम पलू,
जब तक सांसे चलेगी,
होगी तेरी दरकार,
मर भी गया तो रखना प्रभु,
तेरे दरबार।।

श्याम बाबा हर भक्त के भाग्यविधाता हैं और जो उनके शरणागत होता है, उसका जीवन संवर जाता है। यह भजन हमें विश्वास दिलाता है कि जीवन की हर कठिनाई में बाबा की कृपा हमें राह दिखाएगी। यदि यह भजन आपको अच्छा लगा, तो मालिक हो तुम मेरे भूलूं ना आभार तेरा, खोली है सांवरे ने खिड़की नसीब की, और बाबा खाटू वाला तुझसे बात करेगा जैसे भजनों को भी अवश्य पढ़ें और श्याम नाम की भक्ति में लीन हो जाएं। जय श्री श्याम! 🙏🎶

Share

Leave a comment