खोली है सांवरे ने खिड़की नसीब की

खोली है सांवरे ने खिड़की नसीब की —यह भजन श्याम बाबा की अनंत कृपा और उनके भक्तों पर बरसती दया को दर्शाता है। जब कोई सच्चे मन से बाबा का स्मरण करता है, तो श्याम धणी उसकी तकदीर के दरवाजे खोल देते हैं और हर मुश्किल को आसान बना देते हैं। यह भजन हमें विश्वास दिलाता है कि श्याम बाबा की कृपा से जीवन में नए अवसर और सुखद परिवर्तन संभव हैं।

Kholi Hai Sanware Ne Khidki Naseeb Ki

खोली है सांवरे ने,
खिड़की नसीब की,
बिन मांगे भर गई है,
झोली गरीब की,
खोली है साँवरे ने,
खिड़की नसीब की।।

जो कुछ भी मेरे पास है,
मेरे श्याम की दया है,
बिन साँवरे के मेरी,
औकात बोलो क्या है,
किस्मत बना दी श्याम ने,
मुझ बदनसीब की,
खोली है साँवरे ने,
खिड़की नसीब की।।

कैसे करिश्मे जीवन में,
मेरे श्याम कर रहे है,
मेरी नाव की हिफाजत,
तूफ़ान कर रहे है,
मद्धम हुई ना ज्योति,
श्रद्धा के दीप की,
खोली है साँवरे ने,
खिड़की नसीब की।।

मैं जो बात कह रहा,
कोई आजमा के देख ले,
मैं हूँ शरण में श्याम की,
जग ये हरा के देख ले,
पहचान साँवरे से,
अब है करीब की,
खोली है साँवरे ने,
खिड़की नसीब की।।

खोली है सांवरे ने,
खिड़की नसीब की,
बिन मांगे भर गई है,
झोली गरीब की,
खोली है साँवरे ने,
खिड़की नसीब की।।

श्याम बाबा हमेशा अपने भक्तों की झोली खुशियों से भरते हैं और उनके भाग्य को संवारते हैं। यह भजन हमें श्याम नाम की महिमा में अटूट विश्वास रखने की सीख देता है। यदि यह भजन आपको पसंद आया, तो मालिक हो तुम मेरे भूलूं ना आभार तेरा , सांवरिया म्हाने थारो दीदार चाहिए, और बाबा खाटू वाला तुझसे बात करेगा जैसे भजनों को भी अवश्य पढ़ें और श्याम भक्ति में लीन हो जाएं। जय श्री श्याम! 🙏🎶

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