भक्ति में सबसे महत्वपूर्ण होता है अपने आराध्य की कृपा को महसूस करना। ये महर की नजर हम भक्तों पर हे भैरव देव तुम्हारी है भजन भैरव देव की असीम कृपा और करुणा का गुणगान करता है। जब भक्त सच्चे मन से नाकोड़ा भैरव जी की आराधना करते हैं, तो उनकी दयालु दृष्टि सदैव उनके भक्तों पर बनी रहती है। यह भजन हमें यह अहसास कराता है कि भक्ति और श्रद्धा से भैरव दादा की आराधना करने पर वे हमारे कष्टों को हर लेते हैं और जीवन को सुख-शांति से भर देते हैं।
Ye Mahar Ki Najar Hum Bhakto Par Hai Bhairav Dev Tumhari Hai
ये महर की नजर,
हम भक्तो पर,
हे भैरव देव तुम्हारी है,
ये धरती गगन,
झूमे दर पे पवन,
देखो महक रही फुलवारी है।1।
है रोम रोम हर साँस में तू,
है भक्तों के विश्वास में तू,
जहाँ देखु वहाँ बस तू ही तू,
हर दिल मे ये छवि तुम्हारी है,
ये मेहर की नज़र,
हम भक्तो पर,
हे भैरव देव तुम्हारी है।2।
जिसने भी तेरा ये नाम लिया,
तुमने उसका हर काम किया,
गिरने न दिया तूने थाम लिया,
किस्मत ये तुमने सँवारी है,
ये मेहर की नज़र,
हम भक्तो पर,
हे भैरव देव तुम्हारी है।3।
आये है शरण दादा हम तोरी,
तुमने जो पकड़ खीची डोरी,
हुए धन्य नयन मन हुआ है मगन,
देखी जो मूरत तूम्हारी है,
ये मेहर की नज़र,
हम भक्तो पर,
हे भैरव देव तुम्हारी है।4।
बस ऐसी कृपा करते रहना,
‘दिलबर’ ‘किशन’ का ये कहना,
भैरव देव मिले हर जन्म मिले,
बस इतनी सी अर्ज हमारी है,
ये मेहर की नज़र,
हम भक्तो पर,
हे भैरव देव तुम्हारी है।5।
ये महर की नजर,
हम भक्तो पर,
हे भैरव देव तुम्हारी है,
ये धरती गगन,
झूमे दर पे पवन,
देखो महक रही फुलवारी है।6।
जैन जी के भजन हमें नाकोड़ा भैरव जी की कृपा का एहसास कराते हैं और उनकी भक्ति में लीन होने की प्रेरणा देते हैं। ये महर की नजर हम भक्तों पर हे भैरव देव तुम्हारी है भजन भी हमें यह अनुभूति कराता है कि जब हम पूरी श्रद्धा से भक्ति करते हैं, तो भैरव देव की दयालु दृष्टि हमें हर संकट से उबारती है। यदि यह भजन आपके मन में भक्ति भाव जागृत करे, तो “नाकोड़ा भैरव जी की अपार कृपा , जय हो भैरव बाबा की , भक्तों के संकट हरने वाले भैरव” और “नाकोड़ा जी का चमत्कारी दरबार” जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और नाकोड़ा भैरव जी की भक्ति में रम जाएं। 🙏
मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः 🙏