तू प्रेम से दादा को बुलाले ये दर्शन दे जायेगा

सच्चे प्रेम और श्रद्धा से किया गया आह्वान कभी निष्फल नहीं जाता। तू प्रेम से दादा को बुला ले, ये दर्शन दे जाएगा भजन इसी भक्ति-भाव को व्यक्त करता है, जहां भक्त नाकोड़ा भैरव जी को सच्चे मन से पुकारता है और उनकी कृपा का अनुभव करता है। यह भजन हमें यह सिखाता है कि जब हम पूरी श्रद्धा और समर्पण से अपने आराध्य का स्मरण करते हैं, तो वे हमारी प्रार्थना अवश्य स्वीकार करते हैं। आइए, इस भजन के माध्यम से भक्ति और विश्वास की इस पावन अनुभूति में डूब जाएं।

Tu Prem Se Dada Ko Bulale Ye Darshan De Jayega

तू प्रेम से दादा को बुलाले,
ये दर्शन दे जायेगा,
तू प्रीत ये उनसे लगाले,
ये प्रीत निभायेगा,
ये दर्शन दे जायेगा।1।

जहाँ पे सदा प्रेम बरसता है,
दादा उस घर में ही आता है,
होती जहाँ भैरव की कृपा,
स्वर्ग वो घर बन जाता है,
जो इसको अपना बनाये है,
ये उन भक्तो का हो जाये है,
जो दादा से रिस्ता बनाते है,
वो बिन मांगे सब पाते है,
तू नैनो में इसको बसाले,
ये दिल मे उतर जायेगा,
ये दर्शन दे जायेगा।2।

ये धन दौलत न मांगे,
न प्रीत खजाने से,
स्वार्थ से जो भी पुकारे इसे,
ना आये किसी के बुलाने से,
कभी ये अभाव में न आये,
किसी के प्रभाव में न आये,
‘दिलबर’ जब भी ये आये,
ये भक्तो के भाव मे ही आये,
तू भक्ति से दादा को रिझाले,
ये भावो में बह जायेगा,
ये दर्शन दे जायेगा।3।

तू प्रेम से दादा को बुलाले,
ये दर्शन दे जायेगा,
तू प्रीत ये उनसे लगाले,
ये प्रीत निभायेगा,
ये दर्शन दे जायेगा।4।

जैन जी के भजन हमें भक्ति, श्रद्धा और आत्मीयता की गहराइयों तक ले जाते हैं। तू प्रेम से दादा को बुला ले, ये दर्शन दे जाएगा भजन भी हमें यही संदेश देता है कि नाकोड़ा भैरव जी अपने सच्चे भक्तों को कभी निराश नहीं करते। यदि यह भजन आपके मन में भक्ति का संचार करे, तो “नाकोड़ा भैरव जी की अपार कृपा , जय हो भैरव बाबा की , भक्तों के संकट हरने वाले भैरव” और “नाकोड़ा जी का चमत्कारी दरबार” जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और नाकोड़ा भैरव जी की भक्ति में रम जाएं। 🙏

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