भक्ति की राह पर जब सच्चे मन से कदम बढ़ते हैं, तो प्रभु कृपा की अनुभूति स्वयं होने लगती है। मेरे ह्रदय का बाग खिला, नाकोड़ा दरबार मिला भजन हमें इसी अनोखी अनुभूति से जोड़ता है। जब भक्त को नाकोड़ा भैरव जी के दरबार के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होता है, तो उसका मन आनंद और श्रद्धा से भर उठता है। आइए, इस भजन के माध्यम से हम भी भक्ति रस में डूबकर भेरूजी की आराधना करें।
Mere Hriday Ka Baag Khila Nakoda Darbar Mila
मेरे ह्रदय का बाग खिला,
नाकोड़ा दरबार मिला,
ओ दादा तेरा द्वार मिला,
ओ नाकोड़ा दरबार मिला।1।
बीच पहाड़िया में दर तेरा सोहे,
तीर्थो में तीर्थ बड़ा मन को मोहे,
मालाणी की गोद में पला,
नाकोड़ा दरबार मिला।2।
पार्श्व प्रभु के संग भेरुजी विराजे,
तारो के बीच जैसे चंदा है साजे,
करके दर्शन सुख चैन मिला,
नाकोड़ा दरबार मिला।3।
देवी ओर देवता भी आने को तरसे,
भक्ति के रूप में अमृत बरसे,
कैसे भूलूँ में इसको भला,
नाकोड़ा दरबार मिला।4।
भेरूजी की कृपा से आनंद छाया,
जागा है भाग्य में नाकोड़ा आया,
किशन ‘दिलबर’ ये चले सिलसिला,
नाकोड़ा दरबार मिला।5।
मेरे ह्रदय का बाग खिला,
नाकोड़ा दरबार मिला,
ओ दादा तेरा द्वार मिला,
ओ नाकोड़ा दरबार मिला।6।
जैन जी के भजन हमें नाकोड़ा भैरव जी की महिमा से परिचित कराते हैं और भक्ति भाव को प्रगाढ़ करते हैं। मेरे ह्रदय का बाग खिला, नाकोड़ा दरबार मिला भजन भी हमें यह अनुभव कराता है कि जब हम सच्चे मन से भैरव दादा के चरणों में आते हैं, तो उनकी कृपा से जीवन में आनंद और शांति का संचार होता है। यदि यह भजन आपके मन को भक्ति से भर दे, तो “नगरी नाकोड़ा री प्यारी, दर्शन आवे दुनिया सारी , भैरव करो मेहर की नजरिया , हर पूनम को दादा, मैं नाकोड़ा आऊँगा” और “भक्तों के संकट हरने वाले भैरव” जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और नाकोड़ा भैरव जी की भक्ति में लीन हों। 🙏

मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः