सच्चे भक्त का हृदय भक्ति की लौ से प्रज्ज्वलित होता है, और जब यह प्रेम नाकोड़ा भैरव जी के प्रति होता है, तो जीवन स्वयं ही आनंदमय बन जाता है। हम तो भेरू के दीवाने हैं भजन इसी अटूट श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है। जब कोई भैरव दादा की भक्ति में लीन हो जाता है, तो उसे संसार की मोह-माया से ऊपर उठकर केवल भक्ति का आनंद ही दिखाई देता है। यह भजन हमें बताता है कि भेरूजी के चरणों में सच्ची शरणागति ही सभी कष्टों से मुक्ति दिलाने का मार्ग है। आइए, इस भजन के माध्यम से नाकोड़ा भैरव जी की भक्ति में डूब जाएं और उनकी अपार कृपा का अनुभव करें।
Hum To Bheru Ke Deewane Hai Jain Bhajan Lyrics
हम तो भेरू के दीवाने है,
भेरू के दीवाने हैं,
हम तो भेरू के दीवाने हैं,
भेरू जी भक्ति के,
हम सब परवाने है,
हम तो भेरू के दीवाने हैं।1।
पार्श्व भैरव के संग में,
रंगे भक्ति के रंग में,
भक्ति का रंग जमा है,
नाचे है भक्त उमंग में,
खुशी से झूमे गाये,
नाचकर कोई रिझाये,
कोई नेंनो के रस्ते,
दादा को दिल मे बिठाये हो,,
प्रीत में तेरी पागल है ये,
भक्त पुराने है,
हम तो भेरू के दीवाने हैं।2।
सजा दरबार ये न्यारा,
जमी पर स्वर्ग उतारा,
प्रवीण यश कहे तुम्हारा,
धाम भक्तो को प्यारा,
किसी को मिली है शोहरत,
किसी को शानो शोकत,
किसी को मिली है इज्जत,
किसी की धन और दौलत हो,,
दिलबर दिलीप के लब पर,
भक्ति के तराने है,
हम तो भेरू के दीवाने हैं।3।
हम तो भेरू के दीवाने है,
भेरू के दीवाने हैं,
हम तो भेरू के दीवाने हैं,
भेरू जी भक्ति के,
हम सब परवाने है,
हम तो भेरू के दीवाने हैं।4।
जैन जी के भजन हमें भक्ति के सच्चे अर्थ और समर्पण का अनुभव कराते हैं। हम तो भेरू के दीवाने हैं भजन भी यही दर्शाता है कि जब हम नाकोड़ा भैरव जी की भक्ति में खो जाते हैं, तो उनका नाम ही हमारे लिए सब कुछ बन जाता है। यदि यह भजन आपके मन में भक्ति का संचार करे, तो “नाकोड़ा भैरव जी की अपार कृपा , जय हो भैरव बाबा की , भक्तों के संकट हरने वाले भैरव” और “नाकोड़ा जी का चमत्कारी दरबार” जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और भेरूजी की महिमा का गुणगान करें। 🙏

मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः