हर पूनम को दादा मैं नाकोड़ा आऊँगा

भक्ति का सबसे सुंदर स्वरूप तब प्रकट होता है जब भक्त अपने आराध्य के चरणों में निरंतर हाजिरी लगाने का संकल्प लेता है। हर पूनम को दादा, मैं नाकोड़ा आऊँगा भजन इसी अटूट श्रद्धा और निष्ठा का प्रतीक है। पूनम का दिन नाकोड़ा भैरव जी के दर्शन और आराधना के लिए विशेष माना जाता है, जब अनगिनत भक्त उनकी कृपा पाने के लिए नाकोड़ा धाम की यात्रा करते हैं। यह भजन हमें समर्पण और आस्था के उस भाव से जोड़ता है, जहां भेरूजी का आशीर्वाद ही जीवन का सबसे बड़ा संबल बन जाता है।

Har Poonam Ko Dada Main Nakouda Aunga

हर पूनम को दादा,
मैं नाकोड़ा आऊँगा,
नाकोड़ा नगरी आकर,
तुझे भजन सुनाऊँगा।1।

चाहें जितनी लंबी,
लाइन में लगा देना,
हे दादा मुझको तू,
भक्तो से मिला देना,
लाइन में खड़े होकर,
तेरी आरती गाना है,
नाकोड़ा नगरी आकर,
तुझे भजन सुनाऊँगा।2।

तुझे भजनों से दादा,
हम खूब रिझाएंगे,
झूमेंगे नाचेंगे,
हम ख़ुशियाँ मनाएँगे,
तेरी प्यारी मूरत को,
मैं दिल मे बसाउँगा,
दरबार तेरे आकर,
मैं भजन सुनाऊँगा।3।

ऐसी कृपा कर दे,
हर पूनम आता रहूँ,
तेरे कृपा को दादा,
जीवन भर गाता रंहुँ,
‘दिलबर’ तेरे भजनों को,
सुरों से सजाऊँगा,
‘संयम’ कहे दादा तुझे,
भूल न पाउँगा।4।

हर पूनम को दादा,
मैं नाकोड़ा आऊँगा,
नाकोड़ा नगरी आकर,
तुझे भजन सुनाऊँगा।5।

जैन जी के भजन हमें भक्ति का मार्ग दिखाते हैं और नाकोड़ा भैरव जी के प्रति हमारी श्रद्धा को और प्रगाढ़ करते हैं। “हर पूनम को दादा, मैं नाकोड़ा आऊँगा” भजन भी हमें यह प्रेरणा देता है कि यदि हम सच्चे मन से नाकोड़ा भैरव जी की आराधना करें, तो उनकी कृपा सदा हमारे जीवन में बनी रहती है। यदि यह भजन आपको भक्ति भाव से भर दे, तो “भैरू दादा के दर्शन पाना, के हर पूनम नाकोड़ा जी आना , नाकोड़ा भैरव जी की अपार कृपा , जय हो भैरव बाबा की” और “भक्तों के संकट हरने वाले भैरव” जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और भेरूजी की महिमा में लीन हों। 🙏

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