जब जीवन के हर मोड़ पर हमें बस एक ही सहारा नजर आता है, तो वह हमारे आराध्य का होता है। भेरूजी म्हाने थारो है थारो, दादा एक आसरो थारो भजन इसी गहरे विश्वास और समर्पण को व्यक्त करता है। इस भजन में भक्त नाकोड़ा भैरव जी को अपना एकमात्र आश्रय मानकर उनकी कृपा और सहारा मांगता है। यह भजन हमें सिखाता है कि जब हम सच्चे मन से भैरव देव को पुकारते हैं, तो वे हमें हर कठिनाई से बचाते हैं और अपने दिव्य आशीर्वाद से कृतार्थ करते हैं। आइए, इस भजन के माध्यम से आत्मिक शांति प्राप्त करें।
Bheruji Mhane Tharo Hai Tharo Dada Ek Asaro Tharo
भेरूजी म्हाने थारो है थारो,
दादा एक आसरो थारो,
म्हाने एक आसरो थारो,
दादा एक आसरो थारो,
म्हाने थारो है थारो,
दादा एक आसरो थारो।1।
थारो दुनिया मे डंकों बाजे,
भेरुजी नाकोड़ा विराजे,
कलयुग में थारी महिमा गाजे,
तू ही भक्ता रो रखवारो,
म्हाने थारो है थारो,
दादा एक आसरो थारो।2।
भेरूदेव बड़ो मतवालों,
खोले किस्मत रो तालो,
एक नजर कृपा री डालो,
दादा बिगड़ी आज सँवारो,
म्हाने थारो है थारो,
दादा एक आसरो थारो।3।
सुणलो अर्ज हमारी,
म्हे शरण पड़िया हा थारी,
भैरव जी डमरू धारी,
भगतो रा संकट टारो,
म्हाने थारो है थारो,
दादा एक आसरो थारो।4।
टुकलिया परिवार,
थासू करे मनुहार,
दिलबर प्रवीण रा आधार,
कैलाश है दास यो थारो,
म्हाने थारो है थारो,
दादा एक आसरो थारो।5।
भेरूजी म्हाने थारो है थारो,
दादा एक आसरो थारो,
म्हाने एक आसरो थारो,
दादा एक आसरो थारो,
म्हाने थारो है थारो,
दादा एक आसरो थारो।6।
जैन जी के भजन हमें भक्ति और समर्पण की गहराइयों तक ले जाते हैं। “भेरूजी म्हाने थारो है थारो, दादा एक आसरो थारो भजन भी हमें यह सिखाता है कि जब हम पूरी श्रद्धा से नाकोड़ा भैरव जी की शरण में आते हैं, तो वे हमारे हर दुख का निवारण कर हमें अपनी कृपा से नवाजते हैं। यदि यह भजन आपके हृदय में भक्ति भाव जगा दे, तो “नाकोड़ा भैरव जी की अपार कृपा , जय हो भैरव बाबा की , भक्तों के संकट हरने वाले भैरव” और “नाकोड़ा जी का चमत्कारी दरबार” जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और नाकोड़ा भैरव जी की भक्ति में रम जाएं। 🙏

मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः