भक्त जब अपने मन की हर आशा, हर अरमान को समर्पण भाव से श्याम बाबा के चरणों में अर्पित कर देता है, तो उसे बाबा की असीम कृपा का अनुभव होता है। ये दामन तेरे आगे जब जब बिछा है भजन इसी समर्पण और आस्था का प्रतीक है। जब भी भक्त अपने हृदय की पुकार लेकर बाबा के दरबार में आता है और अपना दामन फैलाता है, तब बाबा उसे निराश नहीं लौटाते। वे हर दुख हर लेते हैं और अपनी अनंत कृपा से जीवन को आनंद और शांति से भर देते हैं। आइए, इस भजन को पढ़ें और खाटू वाले श्याम की भक्ति में खो जाएं।
Ye Daman Tere Aage Jab Jab Bicha Hai
ये दामन तेरे आगे,
जब जब बिछा है,
मिला ही मिला है,
मिला ही मिला है।।1।।
मैं तेरी दया पर ही पल रहा हूँ,
तेरे सहारे से ही चल रहा हूँ,
गिरे जा रहा था,
गिरे जा रहा था,
संभल अब रहा हूँ,
मेरी आंख से जब,
कतरा गिरा है,
मिला ही मिला है,
मिला ही मिला है।।2।।
है रुतबा बड़ा मेरा ये दुनिया समझती,
जाने ना तेरे बिन क्या है मेरी हस्ती,
तू ही तो लुटाता है,
तू ही तो लुटाता है,
जीवन में मस्ती,
तेरा हाथ सिर पे,
जब जब फिरा है,
मिला ही मिला है,
मिला ही मिला है।।3।।
कुछ बात दिल में रखी है दबाकर,
इजाजत हो जो अब कह दूं सुनाकर,
‘कमल’ की ये दुनिया बदली,
‘कमल’ की ये दुनिया बदली,
तुम्हें श्याम पाकर,
जीवन का तूने जबसे,
थामा सिरा है,
मिला ही मिला है,
मिला ही मिला है।।4।।
ये दामन तेरे आगे,
जब जब बिछा है,
मिला ही मिला है,
मिला ही मिला है।।5।।
श्याम बाबा के दर पर जिसने भी सच्चे मन से प्रार्थना की, वह कभी खाली हाथ नहीं लौटा। उनकी इसी दया और करुणा को श्याम पे रख विश्वास वो पार लगाएगा, बाबा पे विश्वास होना चाहिए, मैं तो बाबा श्याम एक तू ही सहारा, जिसको ये दुनिया हराए उसे श्याम जिताए जैसे अन्य भजनों में भी अनुभव किया जा सकता है। आइए, इन भजनों को भी पढ़ें और श्याम बाबा की कृपा का अनुभव करें। जय श्री श्याम! 🙏💛