तेरे बगैर सांवरे मेरा कोई नहीं — यह भजन बाबा श्याम के प्रति पूर्ण समर्पण और उनके बिना जीवन की शून्यता को दर्शाता है। जब हर ओर अंधकार छा जाता है, जब सारी दुनिया साथ छोड़ देती है, तब भी श्याम प्रभु अपने भक्तों का हाथ थामे रहते हैं। यह भजन श्रद्धा, प्रेम और भरोसे का एक सुंदर चित्रण है, जो भक्तों के हृदय को श्याम जी के चरणों में जोड़ देता है। आइए, इस भजन के शब्दों में डूबकर बाबा के प्रेम का अनुभव करें।
Tere Bagair Sanware Mera Koi Nahi
तेरे बगैर सांवरे,
मेरा कोई नहीं,
तू भी जो आंख फेर ले,
क्या फिर वो जिंदगी,
तेरे बगेर साँवरे,
मेरा कोई नहीं।।1।।
मंजिल ना कोई मिल रही,
ना ही रास्ता,
आ जाओ दीनानाथ है,
दीनो का वास्ता,
तेरा द्वार सांवरे मेरी,
उम्मीद आखिरी,
तेरे बगेर साँवरे,
मेरा कोई नहीं।।2।।
तुझसे छुपी नहीं मेरी,
जीवन की दास्ताँ,
कही हार जाए ना तेरा,
सेवक उड़ीकता,
नज़रे महर की करदो ना,
हम पर भी तो कभी,
तेरे बगेर साँवरे,
मेरा कोई नहीं।।3।।
सुन के पुकारे दास की,
श्री श्याम आ गए,
मुश्किल को कामयाबी की,
चाबी बता गए,
‘गोलू’ जो है तपा नहीं,
चमका वो फिर नहीं,
तेरे बगेर साँवरे,
मेरा कोई नहीं।।4।।
तेरे बगैर सांवरे,
मेरा कोई नहीं,
तू भी जो आंख फेर ले,
क्या फिर वो जिंदगी,
तेरे बगेर साँवरे,
मेरा कोई नहीं।।5।।
श्याम जी के बिना यह जीवन अधूरा है—यही भावना इस भजन में झलकती है। अगर आपका मन भी श्याम प्रेम में रंग गया हो, तो जो भी मुझे मिला है तेरे दर से ही मिला है, तेरे होते मेरी हार बाबा कैसे होंगी, और बाबा तुम हारे के सहारे सुंदर है खाटू के नजारे जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और श्याम धणी की कृपा में मग्न हो जाएं। जय श्री श्याम! 🙏💙