राधारमण कजरारी तोरी अखियां — यह भजन राधा रमण यानी श्रीकृष्ण के मोहक स्वरूप और उनकी मनमोहिनी आँखों की महिमा का वर्णन करता है। जब भक्त श्रीकृष्ण की अलौकिक छवि का ध्यान करते हैं, तो उनकी कजरारी आँखों में संसार की सारी माया खो जाती है और केवल प्रेम व भक्ति का सागर उमड़ पड़ता है। यह भजन कृष्ण प्रेमियों के हृदय को गहरे भाव से जोड़ता है।
Radharaman Kajrari Tori Akhiyan
राधारमण कजरारी तोरी अखियां,
मैं वारी जावा रे,
प्यारी प्यारी तोरी अखियां।।1।।
लट घुंघराली कांवर कारी,
सुंदर रूप सलोना,
आँखों ने हम पर कर डाला,
जैसे जादू टोना,
प्रेम भरी मतवारी तोरी अखियां,
मैं वारी जावा रे,
प्यारी प्यारी तोरी अखियां।।2।।
तेरा चेहरा देख के प्यारे,
जी भरता ही नहीं है,
कोई पागल कहले मुझको,
इसकी परवाह नहीं है,
कृपामयी कजरारी तोरी अखियां,
मैं वारी जावा रे,
प्यारी प्यारी तोरी अखियां।।3।।
राधारमण कजरारी तोरी अखियां,
मैं वारी जावा रे,
प्यारी प्यारी तोरी अखियां।।4।।
श्रीकृष्ण की हर अदा, हर भाव और हर दृष्टि में प्रेम ही प्रेम समाया है। उनकी कजरारी आँखें भक्तों को मोहित कर लेती हैं और उनकी भक्ति में रंग देती हैं। अगर यह भजन आपको भाव-विभोर कर गया, तो नैनो की प्यास बुझा दे रे मेरे बांके बिहारी, मेरो मन वृंदावन में अटको और श्रृंगार तेरा देखा तो तुझ में खो गया हूँ जैसे भजनों को भी अवश्य करें और श्रीकृष्ण की मधुर भक्ति में डूब जाएं। जय श्री राधारमण! 🙏🎶✨