पार मेरी कश्ती बाबा लगानी पड़ेगी

पार मेरी कश्ती बाबा लगानी पड़ेगी—यह भजन पूर्ण समर्पण और विश्वास का प्रतीक है। जब जीवन की कठिनाइयाँ भँवर की तरह हमें घेर लेती हैं, तब हमें अपने खाटू वाले श्याम पर भरोसा रखना चाहिए। यह भजन हमें सिखाता है कि हमारी नैया को पार लगाने वाले खुद बाबा श्याम ही हैं। अगर हम श्रद्धा और प्रेम से उन्हें पुकारेंगे, तो वह हमें हर संकट से उबार लेंगे।

Par Meri Kashti Baba Lagani Padegi

पार मेरी कश्ती बाबा,
लगानी पड़ेगी,
लाज तुझे प्रेमियों की,
बचानी पड़ेगी,
आजा रे कन्हैया आजा रे,
आजा रे कन्हैया आजा रे।1।

हंसता जमाना मुझपे,
उंगलिया उठाता है,
कहाँ गया बाबा तेरा,
कह के चिढ़ाता है,
तेरे होते क्यों ये नजरें,
झुकानी पड़ेगी,
लाज तुझे प्रेमियों की,
बचानी पड़ेगी,
आजा रे कन्हैया आजा रे,
आजा रे कन्हैया आजा रे।2।

ऐसा है जमीर मेरा,
किसी से ना कहता हूँ,
हुआ मन भारी तो मैं,
तेरे आगे रोता हूँ,
और कितनी बूंदे बाबा,
चढ़ानी पड़ेगी,
लाज तुझे प्रेमियों की,
बचानी पड़ेगी,
आजा रे कन्हैया आजा रे,
आजा रे कन्हैया आजा रे।3।

पार मेरी कश्ती बाबा,
लगानी पड़ेगी,
लाज तुझे प्रेमियों की,
बचानी पड़ेगी,
आजा रे कन्हैया आजा रे,
आजा रे कन्हैया आजा रे।4।

श्याम बाबा की कृपा हर उस भक्त पर बरसती है, जो सच्चे मन से उन्हें पुकारता है। यह भजन हमें विश्वास और समर्पण का पाठ पढ़ाता है। अगर यह भजन आपको पसंद आया, तो तेरे दरबार आए हैं जहाँ से हार आए हैं, तेरे होते मेरी हार बाबा कैसे होगी, और बाबा सब कुछ देख रहा है घट घट की वो जाने जैसे भजनों को भी अवश्य करें और श्याम प्रेम में लीन हो जाएं। खाटू वाले श्याम की जय! 🙏💙🎶

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