कोई तिरछी नजर से ना देखो, रमण मेरो छोटो सो — यह भजन श्री राधारमण जी के नटखट और अलौकिक स्वरूप का भावपूर्ण वर्णन करता है। भक्तजन अपने आराध्य श्रीकृष्ण की छवि को निर्मल प्रेम से निहारते हैं और किसी भी प्रकार की नकारात्मक दृष्टि से बचाने की प्रार्थना करते हैं। यह भजन भक्तों के कोमल भाव और प्रभु के प्रति उनकी अपार श्रद्धा को दर्शाता है।
Koi Tirchi Nazar Se Na Dekho Ramad Mero Chhoto So
कोई तिरछी नजर से ना देखो,
रमण मेरो छोटो सो राधा,
रमण मेरो छोटो सो,
रमण मेरो छोटो,
रमण मेरो छोटो।।1।।
रमण के मुखड़े पे बलि बलि जाऊँ,
बलि बलि जाऊँ मैं वारी वारी जाऊँ,
कोई पलके टिका के ना देखो,
रमण मेरो छोटो सो राधा,
रमण मेरो छोटो सो,
रमण मेरो छोटो,
रमण मेरो छोटो।।2।।
मईया कनुआ कह के बुलावे,
कनुआ दूर दूर ही ज़ावे,
ये छवि मन में बसा के तो देखो,
रमण मेरो छोटो सो राधा,
रमण मेरो छोटो सो,
रमण मेरो छोटो,
रमण मेरो छोटो।।3।।
मईया यशोदा ठिठोना लगावे,
बार बार गोपी नज़र उतारे,
गोपी आवे नित घर याकूँ देखन को,
रमण मेरो छोटो सो राधा,
रमण मेरो छोटो सो,
रमण मेरो छोटो,
रमण मेरो छोटो।।4।।
कोई तिरछी नजर से ना देखो,
रमण मेरो छोटो सो राधा,
रमण मेरो छोटो सो,
रमण मेरो छोटो,
रमण मेरो छोटो।।5।।
श्री राधारमण जी की अनोखी छवि, उनकी लीलाएं और उनका मधुर रूप हर भक्त को अपनी ओर आकर्षित कर लेता है। उनकी छवि इतनी दिव्य है कि भक्त चाहते हैं कि कोई भी बुरी दृष्टि उन पर न पड़े। यदि यह भजन आपको भाव-विभोर कर गया, तो राधारमण कजरारी तोरी अखियां, नैन मिले जो गिरधर से हो जाता है उद्धार और मेरो मन वृंदावन में अटको जैसे भजनों को भी अवश्य करें और श्रीकृष्ण प्रेम में डूब जाएं। जय श्री राधारमण! 🙏🎶✨