खाटू माही प्यारा लागे तेरा दरबार

Khatu Mahi Pyara Lage Tera Darbar

खाटू माही प्यारा लागे,
तेरा दरबार,
सांवरे सलोने तेरी,
जय जयकार।।

सोना सोना रूप छवि,
प्यारी लगती,
लाल लाल पगड़ी बाबा,
थारे जचती,
चांद से प्यारा लागे,
तेरा सिंगार,
सांवरे सलोने तेरी,
जय जयकार।।

हारे का सहारा तुझे,
जाने संसार,
पार लगा दो नैया,
मेरी खड़ी मजधार,
दे दो सहारा बाबा,
कर दो उपकार,
सांवरे सलोने तेरी,
जय जयकार।।

तीन बाण के कलाधारी,
शक्ति अपार,
कृपा कर दो बाबा मैं तो,
आया तेरे द्वार,
‘दिनेश अमरवासी’ महिमा,
गावे अपरम्पार,
सांवरे सलोने तेरी,
जय जयकार।।

खाटू माही प्यारा लागे,
तेरा दरबार,
सांवरे सलोने तेरी,
जय जयकार।।

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