जब कोई भक्त अपने ह्रदय की गहरी भावनाओं को श्याम बाबा के सामने व्यक्त करता है, तो बाबा अपने भक्त की पुकार सुनते हैं और उसकी मदद करते हैं। कान लगाकर सुनते हरदम मेरी करुण पुकार भजन उसी आस्था और विश्वास को दर्शाता है कि श्याम बाबा अपने भक्तों की पुकार सुनते हैं, उनकी दुखों को समझते हैं और उन्हें आशीर्वाद देते हैं। आइए, इस भजन को पढ़ें और श्याम बाबा की उस निरंतर कृपा और ध्यान का अनुभव करें, जो वह अपने भक्तों पर रखते हैं।
Kaan Lagakar Sunte Hardam Meri Karun Pukar
कान लगाकर सुनते हरदम,
मेरी करुण पुकार,
ओ बाबा मेरी करुण पुकार,
कोई तो इशारा करदो,
करदो ना बेड़ा पार।।1।।
हर कीर्तन में,
तुमसे अर्ज़ी लगाता हूँ,
दिल की अपनी,
गाके तुम्हें सुनाता हूँ,
पिघलोगे जिस दिन भी बाबा,
मानूँगा उपकार,
कोई तो इशारा करदो,
करदो ना बेड़ा पार।।2।।
बड़े बड़े सेठों के,
तुम तो दाता हो,
मैं भी चाहूँ,
तुमसे मेरा नाता हो,
हुकुम चलाओं मुझपे दाता,
मैं भी सेवा को तैयार,
कोई तो इशारा करदो,
करदो ना बेड़ा पार।।3।।
थक जाएँगे नैन,
भला कब आओगे,
आकर तब क्या,
झूठा फ़र्ज़ निभाओगे,
ना होता तो ना करदो,
नहीं डिकूँगा सरकार,
कोई तो इशारा करदो,
करदो ना बेड़ा पार।।4।।
मन में ‘मोहित’,
एक सवाल ये आया है,
मेरा क्या मेरी तो,
नकली काया है,
दाग लगेगा तुमपे दानी,
सोचो तुम एक बार,
कोई तो इशारा करदो,
करदो ना बेड़ा पार।।5।।
कान लगाकर सुनते हरदम,
मेरी करुण पुकार,
ओ बाबा मेरी करुण पुकार,
कोई तो इशारा करदो,
करदो ना बेड़ा पार।।6।।
श्याम बाबा हमेशा अपने भक्तों के साथ होते हैं, उनकी पुकार पर कान लगाकर उन्हें आशीर्वाद देते हैं। इस सच्चे प्रेम और आशीर्वाद को अब हार गया हूँ श्याम, हारे के सहारे श्याम, मुझे गले लगा लो ना, तेरे भजनों में है जादू महसूस तुझे ही करूं मैं, मांगो दातार से खाटू दरबार से जैसे अन्य भजनों में भी अनुभव किया जा सकता है। आइए, इन भजनों को भी पढ़ें और श्याम बाबा के आशीर्वाद और कृपा का अनुभव करें। जय श्री श्याम! 🙏💛