भगवान श्रीकृष्ण के अवतरण का क्षण संपूर्ण सृष्टि के लिए आनंद और आशा का संदेश लेकर आया था। भजन जन्मे श्री कृष्ण कन्हैया जब कारागार के टूटे ताले थे हमें उस दिव्य रात की याद दिलाता है जब कंस के कारागार में भगवान ने जन्म लिया, और उनके आगमन मात्र से ही सारी बेड़ियां टूट गईं, द्वार स्वयं खुल गए और वसुदेव जी ने उन्हें यशोदा मैया के पास सुरक्षित पहुंचाया। यह भजन भक्तों को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के पावन माहौल में डुबो देता है।
Janme Shri Krishna Kanhaiya Jab Karagar Ke Tute Tale They
जन्मे श्री कृष्ण कन्हैया जब,
कारागार के टूटे ताले थे,
टूटे थे भाई टूटे थे,
कारागार के टूटे ताले थे,
सो गए थे सारे प्रहरी वो,
जो पहरा देने वाले थे,
जन्में श्री कृष्ण कन्हैया जब,
कारागार के टूटे ताले थे।।1।।
भादो की अंधेरी काली रात,
घनघोर घटा ने की बरसात,
टोकरी उठा वसुदेव चले,
सोए जिसमे बंसी वाले थे,
जन्में श्री कृष्ण कन्हैया जब,
कारागार के टूटे ताले थे।।2।।
जब उतरे यमुना के जल में,
लहरें थी उठी छूने को चरण,
वर्षा से बचाने शेषनाग,
बन छतरी छाने वाले थे,
जन्में श्री कृष्ण कन्हैया जब,
कारागार के टूटे ताले थे।।3।।
यशोदा के संग बालक को लिटा,
उसकी बिटिया संग लेके चले,
फिर जल्दी लौटे जेल में वो,
होने को आए उजाले थे,
जन्में श्री कृष्ण कन्हैया जब,
कारागार के टूटे ताले थे।।4।।
नंदलाला के आने की खबर,
सुन दर्श को आए नर नारी,
अब कंस के जीवन के सारे,
दिन पूरे होने वाले थे,
जन्में श्री कृष्ण कन्हैया जब,
कारागार के टूटे ताले थे।।5।।
जन्मे श्री कृष्ण कन्हैया जब,
कारागार के टूटे ताले थे,
टूटे थे भाई टूटे थे,
कारागार के टूटे ताले थे,
सो गए थे सारे प्रहरी वो,
जो पहरा देने वाले थे,
जन्में श्री कृष्ण कन्हैया जब,
कारागार के टूटे ताले थे।।6।।
श्रीकृष्ण के जन्म के साथ ही अधर्म पर धर्म की विजय का प्रारंभ हुआ, और भक्तों के जीवन में आशा की किरण जाग उठी। ऐसे ही भक्तिमय भजनों को पढ़ें और करें, जैसे जुग जुग जीवे री यशोदा मैया तेरो ललना, ओ सजनी चलो बधाई देने, नंद घर लाला आयो है, ब्रज की गली गली में शोर, आयो आयो माखन चोर और जब से जन्मे कृष्ण कन्हाई, मेरे तो भाग्य उजागर है, जिससे श्रीकृष्ण की भक्ति और भी गहरी हो जाए। 🙏💙