हे योगेश्वर हे प्राणेश्वर हे जगदीश्वर नमो नमो

श्रीकृष्ण केवल प्रेम और भक्ति के प्रतीक ही नहीं, बल्कि योग, ज्ञान और सृष्टि के आधार भी हैं। वे योगेश्वर हैं, जो आत्मज्ञान का मार्ग दिखाते हैं; प्राणेश्वर हैं, जो हर जीव के हृदय में बसते हैं; और जगदीश्वर हैं, जो सम्पूर्ण ब्रह्मांड के आधार हैं। भजन हे योगेश्वर हे प्राणेश्वर हे जगदीश्वर नमो नमो श्रीकृष्ण की इन तीनों दिव्य शक्तियों को नमन करता है और उनके चरणों में समर्पण भाव अर्पित करता है। आइए, इस भजन के माध्यम से उनकी महिमा का गुणगान करें।

Hey Yogeshwar Hey Praneshwar He Jagdishvr Namo Namo

हे योगेश्वर हे प्राणेश्वर,
हे जगदीश्वर नमो नमो।1।

ज्ञान के दाता कर्म के दाता,
भाग्य विधाता नमो नमो,
हे योगेंश्वर हे प्राणेश्वर,
हे जगदीश्वर नमो नमो।2।

ज्ञान वैराग्य का दीप जला दो,
भक्ति में तन मन को लगा दो,
हे योगेंश्वर हे प्राणेश्वर,
हे जगदीश्वर नमो नमो।3।

आत्म तत्व का बोध करा दो,
माया का यह भ्रम समझा दो,
हे योगेंश्वर हे प्राणेश्वर,
हे जगदीश्वर नमो नमो।4।

हे योगेश्वर हे प्राणेश्वर,
हे जगदीश्वर नमो नमो।5।

श्रीकृष्ण की महिमा अनंत है—वे भक्त के प्रेम में बँधने वाले मोहन भी हैं और समस्त सृष्टि के पालनकर्ता भी। उनकी भक्ति हमें मोक्ष और आत्मिक शांति की ओर ले जाती है। ऐसे ही भक्तिमय भजनों को पढ़ें और करें, जैसे नजरे दया की मेरे श्याम खोलो, कुछ ना कहूंगा चुप ही रहूँगा, मेरे मन के मंदिर में मूरत है श्याम की और दीनो के नाथ दीनानाथ हमारी सुध लो प्रभु जी, जिससे श्रीकृष्ण की उपासना और भी गहरी हो जाए। 🙏💙

Share

Leave a comment