हारे का तू ही तो साथ निभाता है

हारे का तू ही तो साथ निभाता है — यह भजन श्याम बाबा की अपार कृपा और भक्तों के प्रति उनके अटूट प्रेम को दर्शाता है। जब कोई संसार से निराश हो जाता है, जब कोई सहारा नहीं रहता, तब श्याम बाबा ही अपने भक्तों का हाथ थामते हैं। यह भजन हमारे विश्वास को दृढ़ करता है कि बाबा हमें कभी अकेला नहीं छोड़ते।

Hare Ka Tu He To Sath Nibhata Hai

हारे का तू ही तो,
साथ निभाता है,
हार के जो भी दर पे आए,
गले लगाता है,
हारे का साथी तू,
श्याम कहाता है,
हार के जो भी दर पे आए,
गले लगाता है।।1।।

हो जाए जो भी जग में अकेला,
रोता वो रहता हरदम अकेला,
आंखो के आंसू प्रेमी के देखे,
पल भर ना रुकता हाथो से पोंछे,
रिश्ता तू प्रेमी से,
दिल से निभाता है,
हार के जो भी दर पे आए,
गले लगाता है।।2।।

आ जाए जो भी दर पे तुम्हारे,
पाएं वो खुशियां हो वारे न्यारे,
चिन्ता फिक्र सब तुमपे ही छोड़ी,
हाथो में तेरे जीवन की डोरी,
जीवन ये मेरा भी,
तू ही चलाता है,
हार के जो भी दर पे आए,
गले लगाता है।।3।।

देखी है मैने रहमत तुम्हारी,
भक्तो पे करते किरपा तुम भारी,
दुनिया में हुआ मैं भी बेगाना,
“गोपाल” बन गया तेरा दीवाना,
प्रेमी वो तेरा ही,
अब कहलाता है,
हार के जो भी दर पे आए,
गले लगाता है।।4।।

हारे का तू ही तो,
साथ निभाता है,
हार के जो भी दर पे आए,
गले लगाता है,
हारे का साथी तू,
श्याम कहाता है,
हार के जो भी दर पे आए,
गले लगाता है।।5।।

श्याम बाबा अपने भक्तों का हर परिस्थिति में साथ निभाते हैं, बस हमें उन पर सच्चा विश्वास रखना चाहिए। यदि यह भजन आपके हृदय को छू गया, तो तेरे होते मेरी हार बाबा कैसे होगी, पकड़ ली है मेरी कलाई प्रभु ने और तेरा प्रेमी बाबा तुझे बुलाए आजा सांवरिया जैसे भजनों को भी अवश्य करें और श्याम की भक्ति में रम जाएं। जय श्री श्याम! 🙏🎶✨

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