जब मन पीड़ा से भर जाता है और हृदय अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त नहीं कर पाता, तब आँखों से बहते आँसू ही हमारी व्यथा को प्रकट करते हैं। बाबा धीरे-धीरे बहे मेरी आँख से पानी भजन इसी भाव को दर्शाता है, जहाँ भक्त अपने दुखों को श्याम बाबा के चरणों में अर्पित कर, उनकी करुणा की याचना करता है। यह भजन हमें सिखाता है कि श्याम बाबा अपने भक्तों की हर पीड़ा को समझते हैं और अपने अपार प्रेम से उन्हें शांत करते हैं। आइए, इस भजन को पढ़ें और अपनी भावनाओं को श्याम बाबा के चरणों में समर्पित करें।
Baba Dhire Dhire Bahe Meri Aankh Se Pani
बाबा धीरे धीरे,
बहे मेरी आंख से पानी,
कहता है तुमसे बाबा,
कहता है तुमसे,
कहता है तुमसे बाबा,
मेरी हर कहानी,
बाबा धीरें धीरें,
बहे मेरी आंख से पानी।।1।।
कापते होठों से कुछ,
कहा नहीं जाए रे,
दर्द बड़ा है अब तो,
सहा नहीं जाए रे,
कोई ना समझे बाबा,
कोई ना समझे,
कोई ना समझे बाबा,
मेरी परेशानी,
बाबा धीरें धीरें,
बहे मेरी आंख से पानी।।2।।
कोई भी ना साथी मेरा,
कोई ना सहारा है,
डूब गया है मेरी,
किस्मत का तारा है,
बोझ सी लगती मुझको,
बोझ सी लगती,
बोझ सी लगती मुझको,
मेरी जिंदगानी,
बाबा धीरें धीरें,
बहे मेरी आंख से पानी।।3।।
लागी लगन है तेरी,
तुमसे ही आस है,
तू ही सुनेगा मेरी,
सच्चा विश्वास है,
माफ करेगा तू ही,
माफ करेगा,
माफ करेगा तू ही,
मेरी हर नादानी
बाबा धीरें धीरें,
बहे मेरी आंख से पानी।।4।।
रस्ता ना सूझे कोई,
छाया अंधकार है,
मेरे लिए बंद हुए,
‘सोनू’ सारे द्वार है,
हारे हुए की बाबा,
हारे हुए की,
हारे हुए की बाबा,
यही है निशानी,
बाबा धीरें धीरें,
बहे मेरी आंख से पानी।।5।।
बाबा धीरे धीरे,
बहे मेरी आंख से पानी,
कहता है तुमसे बाबा,
कहता है तुमसे,
कहता है तुमसे बाबा,
मेरी हर कहानी,
बाबा धीरें धीरें,
बहे मेरी आंख से पानी।।6।।
श्याम बाबा अपने भक्तों की हर पीड़ा को हर लेते हैं और उनके आँसुओं को अपनी कृपा से सुखा देते हैं। उनकी इस अपार करुणा को आँखों के आँसू हर पल पुकारे, आजा हारे के सहारे, अब हार गया हूँ श्याम, जिसको ये दुनिया हराए, उसे श्याम जिताए, श्याम पे रख विश्वास, वो पार लगाएगा जैसे अन्य भजनों में भी अनुभव किया जा सकता है। आइए, इन भजनों को भी पढ़ें और श्याम बाबा की भक्ति में लीन होकर उनके प्रेम और कृपा का अनुभव करें। जय श्री श्याम! 🙏💛