आयो सांवरियो सरकार लीले पे चढ़ के

आयो सांवरियो सरकार लीले पे चढ़ के—यह भजन श्याम बाबा के भव्य आगमन और उनकी कृपा की महिमा का वर्णन करता है। जब बाबा खाटू नगरी में अपने भक्तों के बीच पधारते हैं, तो हर तरफ आनंद और उल्लास की लहर दौड़ जाती है। भक्त उनके दर्शन के लिए पलकें बिछाए प्रतीक्षा करते हैं, और जब श्याम सरकार अपने लीले घोड़े पर सवार होकर आते हैं, तो पूरा वातावरण भक्तिमय हो जाता है। यह भजन श्याम प्रभु की दिव्यता और उनकी अपार कृपा को अनुभव करने का एक सुंदर माध्यम है।

Aayo Sawariyo Sarkar Leele Pe Chadh Ke

आयो सांवरियो सरकार,
लीले पे चढ़ के,
लीले पे चढ़ के,
यो घोड़े पे चढ़ के,
आयो साँवरियो सरकार,
लीले पे चढ़ के।1।

मुछा की मरोड़,
ऐसो रोब है निरालो,
घूंघर वाला बाल,
मेरो सांवरो रूखालो तो,
लीले की टाप,
टप टप खड़के,
आयो साँवरियो सरकार,
लीले पे चढ़ के।2।

केसरिया है बागो,
जा पे फेटो पचरंगो,
मोर पंख जयपूरी,
रुमाल है सुरंगो,
तो मुलक निहारु तने,
जीव भर के,
आयो साँवरियो सरकार,
लीले पे चढ़ के।3।

बांकी सी लटक पर,
बावलो दीवानो,
मन में मगन मेरो,
जीव मस्तानो तो,
नहीं कोई दुसरो,
तेरे से बड़के,
आयो साँवरियो सरकार,
लीले पे चढ़ के।4।

वीर हनुमान के,
निशान इक हाथ में,
पवन कुमार सोहे,
सांवरे के साथ में,
तो देख के सवारी,
अंग अंग फड़के,
आयो साँवरियो सरकार,
लीले पे चढ़ के।5।

‘श्याम बहादुर शिव’,
आरती उतारे,
अर्ज गुजारे बाबा,
तन मन वारे,
तो आ गयो दयालु दाता,
दया कर के,
आयो साँवरियो सरकार,
लीले पे चढ़ के।6।

आयो सांवरियो सरकार,
लीले पे चढ़ के,
लीले पे चढ़ के,
यो घोड़े पे चढ़ के,
आयो साँवरियो सरकार,
लीले पे चढ़ के।7।

श्याम बाबा जब अपने लीले घोड़े पर चढ़कर भक्तों को दर्शन देते हैं, तो उनकी एक झलक ही समस्त दुखों को हर लेती है। जो भी भक्त सच्चे मन से उनका स्मरण करता है, वह कभी खाली हाथ नहीं लौटता। यदि यह भजन आपको भावविभोर कर गया, तो म्हारा श्याम धनी के कीर्तन में घोड़लियो नाचे जी, बैठे बैठे खाटू में ओ सांवरे, और तेरे होते मेरी हार बाबा कैसे होंगी जैसे अन्य भजनों को भी अवश्य करें और श्याम प्रभु की महिमा में डूब जाएं। जय श्री श्याम! 🙏💙🎶

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