जब भक्तों की श्रद्धा अपने चरम पर होती है, तब हनुमान जी का दरबार दिव्यता और आस्था से भर जाता है। सजा है दरबार तेरा हे पवन कुमार भजन हनुमान जी की भव्य उपस्थिति और उनकी कृपा से सजे मंदिरों की महिमा का वर्णन करता है। जब हम बजरंगबली के दरबार में पहुँचते हैं, तो मन एक अलौकिक ऊर्जा से भर जाता है और सभी कष्ट स्वतः ही दूर हो जाते हैं। आइए, इस भक्तिमय भजन के माध्यम से हम पवनपुत्र की महिमा का गुणगान करें।
Saja Hai Darbar Tera Hey Pavan Kumar Tera Jay Ho
सजा है दरबार तेरा, जय हो,
हे पवन कुमार तेरा, जय हो।
सजा हैं दरबार तेरा ,जय हो,
हे पवन कुमार तेरा, जय हो।
अद्भुत है गदा है तेरे हाथ हाथ,
बजरंगी क्या तेरी बात बात।
तेरी ध्वजा तेरी ध्वजा,
तेरी ध्वजा शिखर लहराए।
सजा हैं दरबार तेरा, जय हो,
हे पवन कुमार तेरा, जय हो।।
बजरंग बलि तुम हर युग में,
त्रेता द्वापर कलयुग में।
त्रेता द्वापर कलयुग में,
हो अजर हो अजर।
हो अजर अमर कहलाये,
सजा हैं दरबार तेरा ,जय हो।
हे पवन कुमार तेरा, जय हो,
अद्भुत है गदा है तेरे हाथ हाथ।
बजरंगी क्या तेरी बात बात,
तेरी ध्वजा तेरी ध्वजा।
तेरी ध्वजा शिखर लहराए,
सजा हैं दरबार तेरा, जय हो,
हे पवन कुमार तेरा, जय हो।।
मंगल को मंगल गान हुए,
जग में पैदा हनुमान हुए।
माँ अंजनी माँ अंजनी,
माँ अंजनी गोद खिलाए।
सजा हैं दरबार तेरा ,जय हो,
हे पवन कुमार तेरा, जय हो।
अद्भुत है गदा है तेरे हाथ हाथ,
बजरंगी क्या तेरी बात बात।
तेरी ध्वजा तेरी ध्वजा,
तेरी ध्वजा शिखर लहराए।
सजा हैं दरबार तेरा, जय हो,
हे पवन कुमार तेरा, जय हो।।
हो पंचमुखी हनुमान तुम्ही,
बल बुद्धि विध्या ज्ञान तुम्ही।
सिया राम राम सिया राम राम,
सिया राम राम नाम गुण गाए।
सजा हैं दरबार तेरा ,जय हो,
हे पवन कुमार तेरा, जय हो।
अद्भुत है गदा है तेरे हाथ हाथ,
बजरंगी क्या तेरी बात बात,
तेरी ध्वजा तेरी ध्वजा।
तेरी ध्वजा शिखर लहराए,
सजा हैं दरबार तेरा, जय हो,
हे पवन कुमार तेरा, जय हो।।
कभी संकट पास नहीं आवे,
हनुमान चालीसा जो गावे।
हनुमान चालीसा जो गावे,
‘लख्खा’ ‘राजपाल’ शीश नवाए।
सजा हैं दरबार तेरा ,जय हो,
हे पवन कुमार तेरा, जय हो।
अद्भुत है गदा है तेरे हाथ हाथ,
बजरंगी क्या तेरी बात बात,
तेरी ध्वजा तेरी ध्वजा।
तेरी ध्वजा शिखर लहराए,
सजा हैं दरबार तेरा, जय हो,
हे पवन कुमार तेरा, जय हो।।
सजा है दरबार तेरा, जय हो,
हे पवन कुमार तेरा, जय हो।
सजा हैं दरबार तेरा ,जय हो,
हे पवन कुमार तेरा, जय हो।
अद्भुत है गदा है तेरे हाथ हाथ,
बजरंगी क्या तेरी बात बात।
तेरी ध्वजा तेरी ध्वजा,
तेरी ध्वजा शिखर लहराए।
सजा हैं दरबार तेरा, जय हो,
हे पवन कुमार तेरा, जय हो।।
हनुमान जी का दरबार भक्ति, शक्ति और आस्था का संगम है। सजा है दरबार तेरा हे पवन कुमार भजन हमें यह अनुभूति कराता है कि जब हम उनकी शरण में जाते हैं, तो हमारे सभी दुख हर जाते हैं और जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है। यदि यह भजन आपको भाव-विभोर कर गया, तो “सिंदूर चढ़ाने से हर काम होता है” भजन भी अवश्य पढ़ें, जिसमें हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के सरल और दिव्य उपाय बताए गए हैं।

I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle. View Profile