पवन कुमार ह्रदय में आओ भजन लिरिक्स

पवन कुमार ह्रदय में आओ भजन हनुमान जी के प्रति भक्त की गहरी श्रद्धा और समर्पण को प्रकट करता है। इस भजन में भक्त अपनी पूरी निष्ठा से हनुमान जी से निवेदन करता है कि वे उनके दिल में समा जाएं और उन्हें अपनी कृपा से आशीर्वादित करें। यह भजन हनुमान जी के प्रति भक्ति और प्रेम का सुंदर उदाहरण है।

Pavan Kumar Hridaya me Aao

पवन कुमार ह्रदय में आओ,
जैसे पाप की लंका जलाई
जैसे पाप की लंका जलाई,
अब वैसे ही मेरे मोह जलाओ
पवन कुमार ह्रदय में आओं।।

हितकारी सुग्रीव के तुम थे,
तुमने उनको राज्य दिलाया
सीता जी का पता लगा के,
श्री राम के मन को सुख पहुंचाया
जैसे राम जी का शोक मिटाया,
अब वैसे ही मेरे शोक मिटाओ,
पवन कुमार ह्रदय में आओं।।

शक्ति लगी थी जब लक्ष्मण को
तुमने उनका प्राण बचाया,
भक्त विभीषण को जाकर
सीतापति से तुमने मिलाया,
जैसे राम जी से उन्हें मिलाया
अब वैसे ही रामजी से हमें मिलाओ,
पवन कुमार ह्रदय में आओं।।

महाबली थे फिर भी तुमको,
तनिक ना व्यापी जग की माया
राम दूत बनकर के तुमने,
श्री राम भक्ति का दीप जलाया
जैसे राम जी ने तुम्हे बनाया,
अब वैसे ही मुझको दास बनाओ,
पवन कुमार ह्रदय में आओं।।

पवन कुमार ह्रदय में आओ,
जैसे पाप की लंका जलाई
जैसे पाप की लंका जलाई,
अब वैसे ही मेरे मोह जलाओ
पवन कुमार ह्रदय में आओं।।

हनुमान जी के ह्रदय में समाना केवल भक्ति की सरलता नहीं, बल्कि आंतरिक शक्ति और साहस की प्राप्ति भी है। जब हम उन्हें अपने दिल में जगह देते हैं, तो हर संकट और कठिनाई को पार करने की शक्ति हमारे अंदर स्वतः आ जाती है। यह भजन हमें यह सिखाता है कि हनुमान जी की भक्ति से हमें मानसिक शांति और शारीरिक शक्ति मिलती है, जिससे हम अपने जीवन में आने वाली हर चुनौती का सामना कर सकते हैं।

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