लाल लंगोटा लाल सिंदूरी बदन पे साजे है भजन हनुमान जी की वीरता और अद्वितीय रूप को चित्रित करता है। इसमें हनुमान जी का चित्रण उनके प्रसिद्ध लाल रंग के वस्त्रों और उनकी मजबूत, दिव्य उपस्थिति के रूप में किया गया है। इस भजन में उनका संजीवनी, शक्ति और भगवान श्रीराम के प्रति उनके अटूट प्रेम का भी उल्लेख है। यह भजन हनुमान जी की वीरता, साहस और भक्ति को सम्मानित करता है, जो हमेशा अपने भक्तों की रक्षा करते हैं।
Lal Langota Lal Sinduri Badan Pe Saaje Hai
लाल लंगोटा लाल सिंदूरी।
बदन पे साजे है,
राम मगन हो राम दीवाना।
छम छम नाचे है,
सीने में सिया राम रहते है।
इन्हे हनुमान कहते है,
सीने में सिया राम रहते है।
इन्हे हनुमान कहते है।।
संकट मोचन बलकारी,
वीर बड़ा ही आला है।
राम प्रभु की विपदा को,
पल में इसने टाला है,
श्री राम मनाए ये बाला।
श्री राम रिझाए ये बाला,
पाँव में पैजनिया देखो।
रुण झुण बाजे है,
राम मगन हो राम दीवाना।
छम छम नाचे है,
सीने में सिया राम रहते है।
इन्हे हनुमान कहते है,
सीने में सिया राम रहते है।
इन्हे हनुमान कहते है।।
हाथों में खड़ताल लिए,
राम की महिमा गाता है।
राम बिना इस सेवक को,
और नहीं कुछ भाता है।
श्री राम का प्यारा ये बाला,
श्री राम दुलारा ये बाला।
राम प्रभु को वीर,
सगे भाई सा लागे है।
राम मगन हो राम दीवाना,
छम छम नाचे है।
सीने में सिया राम रहते है,
इन्हे हनुमान कहते है।
सीने में सिया राम रहते है,
इन्हे हनुमान कहते है।।
सालासर में बालाजी,
करते वारे न्यारे है।
उनपे किरपा होती है,
जो जाकर शीश नवाते है।
सारे कष्ट मिटाएं ये बाला,
दुःख दूर भगाए ये बाला।
‘श्याम’ कहे सुमिरन से इनके,
संकट भागे है।
राम मगन हो राम दीवाना,
छम छम नाचे है।
सीने में सिया राम रहते है,
इन्हे हनुमान कहते है।
सीने में सिया राम रहते है,
इन्हे हनुमान कहते है।।
लाल लंगोटा लाल सिंदूरी,
बदन पे साजे है।
राम मगन हो राम दीवाना,
छम छम नाचे है।
सीने में सिया राम रहते है,
इन्हे हनुमान कहते है।
सीने में सिया राम रहते है,
इन्हे हनुमान कहते है।।
हनुमान जी का यह रूप और उनका लवली लाल लंगोटा हमें यह सिखाता है कि भक्ति में समर्पण और भगवान के प्रति अडिग विश्वास सबसे महत्वपूर्ण हैं। हनुमान जी का रूप, उनका रूप रंग और उनका साहस हमें अपने जीवन में भी संघर्षों का सामना करते हुए साहस और धैर्य बनाए रखने की प्रेरणा देता है। जब हम पूरी श्रद्धा से हनुमान जी के चरणों में समर्पित होते हैं, तो उनकी शक्ति हमारे जीवन में आकर हमें किसी भी संकट से उबार सकती है।

I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle. View Profile