दुनिया के सहारे श्री राम जी भजन लिरिक्स

दुनिया के सहारे श्री राम जी भजन हमें यह सिखाता है कि संसार की मोह-माया में भटकने के बजाय, हमें श्रीराम जी का सहारा लेना चाहिए। इस भजन के माध्यम से भक्तों को यह संदेश मिलता है कि सांसारिक सुख-वैभव क्षणिक हैं, लेकिन श्रीराम जी की शरण स्थायी है। जब भी कोई भक्त सच्चे मन से उनका आश्रय लेता है, तो वे उसे हर संकट से उबारते हैं और उसे आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराते हैं। यह भजन हमें श्रीराम की अटूट भक्ति की ओर प्रेरित करता है।

Duniya Ke Sahare Shri Ram Ji, Ram Ke Sahare Hanuman Ji

रावण सिया को,
ले गया जब उठा के
मर्म ना जाना प्रभु राम का,
डंका बजाया अकेले ही जाके
लंका में राम के नाम का,
दुनिया को प्यारे श्री राम जी
राम जी को प्यारे हनुमान जी।।

भईया लखन के जब,
शक्ति समाई
प्रभु पे विपदा पड़ी थी बडी,
बूटी लाए लखन बचाए
टाली संकट की वो घड़ी,
संकट टारे श्री राम जी,
राम जी के टारे हनुमान जी।।

अहिरावण ले गया,
जब उठा के
राम लखन को पाताल में,
जाके छुडाये लाए
काँधे बिठा के,
दोनों फसे थे
दुष्ट के जाल में,
सब के रखवारे श्री राम जी,
राम के रखवारे हनुमान जी।।

दुनिया के सहारे श्री राम जी,
राम के सहारे हनुमान जी।।

इस संसार में सभी चीजें नश्वर हैं, लेकिन श्रीराम का नाम अमर है। यह भजन हमें यह एहसास दिलाता है कि जीवन में कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न आएं, यदि हम श्रीराम जी का सहारा ले लें, तो हमारे सारे दुःख स्वतः ही मिट जाते हैं। दुनिया के सहारे भटकने से अच्छा है कि हम प्रभु श्रीराम के मार्ग पर चलें और उनकी भक्ति में लीन रहें। श्रीराम जी के चरणों की भक्ति से ही हमें वास्तविक सुख और शांति प्राप्त हो सकती है।

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