भक्तों की श्रद्धा जब परवान चढ़ती है, तो हर दिशा में भक्ति की गूंज सुनाई देने लगती है। छमाछम पूजन चले हनुमान को भजन में हनुमान जी की भक्ति में डूबे भक्तों की उत्साहपूर्ण पूजा का अद्भुत वर्णन किया गया है। इस भजन के माध्यम से हम अनुभव कर सकते हैं कि जब श्रद्धालु अपने प्रिय आराध्य बजरंगबली की आराधना करते हैं, तो वातावरण भक्तिरस से सराबोर हो जाता है। आइए, इस भजन को सुनते हुए हम भी अपने हृदय में श्रद्धा की ज्योत प्रज्वलित करें।
Chhama Chham Pujan Chale Hanuman Ko
गंगा और यमुना मेरे राम को नहलाऊं दूँ,
गंगा और यमुना मेरे राम को नहलाऊं दूँ।
राम को नहलाऊं श्री राम को नहलाऊं दूँ,
गंगा और यमुना मेरे राम को नहलाऊं।
सरयू नहलाऊं हनुमान को,
सरयू नहलाऊं हनुमान को।
छमाछम पूजन चले रे हनुमान को।।
केसरिया तिलक मेरे राम को लगाय दूँ,
केसरिया तिलक मेरे राम को लगाय दूँ।
राम को लगाऊं श्री राम को लगाय दूँ,
तेल सिंदूर हनुमान को।
तेल सिंदूर हनुमान को,
छमाछम पूजन चले रे हनुमान को।।
पीला पीताम्बर मेरे राम को पहनाय दूँ,
पीला पीताम्बर मेरे राम को पहनाय दूँ।
राम को पहनाऊं श्री राम को पहनाय दूँ,
लाल लंगोट हनुमान को।
लाल लंगोट हनुमान को,
छमाछम पूजन चले रे हनुमान को।।
मोतियन की माला मेरे राम को पहनाय दूँ,
मोतियन की माला मेरे राम को पहनाय दूँ।
राम को पहनाउँ श्री राम को पहनाय दूँ,
फूलों का हार हनुमान को।
फूलों का हार हनुमान को,
छमाछम पूजन चले रे हनुमान को।।
मंदिर मंदिर मेरे राम को बिठाय दूँ,
मंदिर मंदिर मेरे राम को बिठाय दूँ।
राम को बिठाऊं श्री राम को बिठाय दूँ,
खेड़े बिठाऊं हनुमान को।
खेड़े बिठाऊं हनुमान को,
छमाछम पूजन चले रे हनुमान को।।
लड्डू और पैढा मेरे राम को जिमाय दूँ,
लड्डू और पैढा मेरे राम को जिमाय दूँ।
राम को जिमाय दूँ राम को जिमाय दूँ,
चना चिरोंजी हनुमान को।
चना चिरोंजी हनुमान को,
छमाछम पूजन चले रे हनुमान को।।
छमाछम पूजन चले हनुमान को,
छमाछम पूजन चले रे हनुमान को।।
हनुमान जी का पूजन भक्तों के लिए सिर्फ एक अनुष्ठान नहीं, बल्कि उनके प्रति अटूट श्रद्धा और प्रेम का प्रतीक होता है। छमाछम पूजन चले हनुमान को भजन इस भक्ति भावना को और गहरा कर देता है। यदि यह भजन आपको भक्तिरस में डुबो चुका है, तो जीमो जीमो सालासर हनुमान, भगत ल्यायो चूरमो भजन भी अवश्य पढ़ें, जिसमें सालासर बालाजी की अपार महिमा और उनकी कृपा का सुंदर वर्णन किया गया है।

I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle. View Profile