बाजे रे शंख और नगाड़े अंजनी के घर ललना पधारे लिरिक्स

जब स्वयं प्रभु के प्रिय भक्त हनुमान जी का जन्म हुआ, तो पूरे ब्रह्मांड में आनंद की लहर दौड़ गई। बाजे रे शंख और नगाड़े, अंजनी के घर ललना पधारे भजन उसी पावन क्षण का वर्णन करता है, जब माता अंजनी के घर आनंद के स्वर गूंजे और देवताओं ने हर्षोल्लास में शंख-नगाड़े बजाए। यह भजन हनुमान जी के जन्म की दिव्यता को दर्शाता है और हमें उनकी लीलाओं का स्मरण कराता है। आइए, इस भजन के माध्यम से हम भी बजरंगबली के जन्म उत्सव में शामिल हों।

Baje Re Shank Aur Nagada Anjani Ke Ghar Lalana Padhare

बाजे रे शंख और नगाड़े,
अंजनी के घर ललना पधारे
ललना पधारे प्यारे बाला पधारे,
बाजे रे शँख और नगाड़े,
अंजनी के घर ललना पधारे।।

शिव ने ले अवतार लीला रचाई,
मैया अंजनी के घर बजती बधाई
नगरी में, नगरी में,
नगरी में गूंजे रे जयकारे
अंजनी के घर ललना पधारे,
बाजे रे शँख और नगाड़े
अंजनी के घर ललना पधारे।।

मैया ने बालक अनोखा है जाया,
वानर सा रूप प्यारा सबको लुभाया
रघुवर का, रघुवर का,
रघुवर का सेवक बना रे
अंजनी के घर ललना पधारे,
बाजे रे शँख और नगाड़े
अंजनी के घर ललना पधारे।।

धन्य हुए है गगन और धरा भी,
हर्षित हो देवो ने पुष्प वर्षा की
गाओ जी, गाओ जी,
गाओ जी गीत प्यारे प्यारे
अंजनी के घर ललना पधारे,
बाजे रे शँख और नगाड़े,
अंजनी के घर ललना पधारे।।

‘आदित्य’ भी देखो खुशियां मनावे,
‘चोखानी’ भक्तो संग मंगल गावे
बाला ने, बाला ने,
बाला ने दर्शन दिया रे
अंजनी के घर ललना पधारे,
बाजे रे शँख और नगाड़े,
अंजनी के घर ललना पधारे।।

बाजे रे शंख और नगाड़े,
अंजनी के घर ललना पधारे
ललना पधारे प्यारे बाला पधारे,
बाजे रे शँख और नगाड़े,
अंजनी के घर ललना पधारे।।

हनुमान जी का जन्म केवल एक घटना नहीं, बल्कि भक्तों के लिए यह एक आध्यात्मिक आशीर्वाद है, जो हर संकट से उबारने की शक्ति रखता है। बाजे रे शंख और नगाड़े, अंजनी के घर ललना पधारे भजन इस आनंदमय क्षण को जीवंत कर देता है, जिससे मन श्रद्धा और प्रेम से भर जाता है। यदि यह भजन आपको भक्ति के रस में सराबोर कर गया, तो होली जला रहे हनुमान जा रावण की लंका में भजन भी अवश्य पढ़ें, जिसमें संकटमोचन की पराक्रम गाथा का वर्णन किया गया है।

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