अंजनी को लाल निरालो रे भजन लिरिक्स

अंजनी को लाल निरालो रे भजन भगवान हनुमान जी की महिमा का गान है, जो उनकी अद्वितीय शक्ति और भगवान राम के प्रति उनके अटूट भक्ति को दर्शाता है। इस भजन में हनुमान जी को अंजनी माता का लाल, और एक ऐसा वीर माना गया है जो न केवल शारीरिक शक्ति में अपितु मानसिक शक्ति में भी अद्वितीय है। यह भजन भक्तों को हनुमान जी की भक्ति में लीन होने की प्रेरणा देता है, ताकि जीवन की हर चुनौती का सामना साहस और धैर्य से किया जा सके।

Anjani Ko Lal Niralo Re

अंजनी को लाल निरालो रे,
अंजनी को
अँजनी को लाल निरालो रे,
अंजनी को।।

घुंघरू बांध बालो छम छम नाचे,
घुंघरू बांध बालो छम छम नाचे
लाल लंगोटे वालो रे,
अंजनी को
अँजनी को लाल निरालो रे,
अंजनी को।।

रोम रोम में राम रमइयो,
रोम रोम में राम रमइयो
राम नाम मतवालो रे,
अंजनी को
अँजनी को लाल निरालो रे,
अंजनी को।।

भीड़ पड्या बाबो दोड़्यो दोड़्यो आवे,
भीड़ पड्या बाबो दोड़्यो दोड़्यो आवे
भगता रो रखवालो रे,
अंजनी को
अँजनी को लाल निरालो रे,
अंजनी को।।

रामावतार राम भज प्यारे,
रामावतार राम भज प्यारे
भजले बजरंग बालो रे,
अंजनी को
अँजनी को लाल निरालो रे,
अंजनी को।।

अंजनी को लाल निरालो रे,
अंजनी को
अँजनी को लाल निरालो रे,
अंजनी को।।

हनुमान जी का जीवन त्याग, बल, भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। इस भजन के माध्यम से हम यह महसूस करते हैं कि हनुमान जी का आशीर्वाद हमारे जीवन को हर संकट से उबार सकता है। जैसे अंजनी के लाल ने भगवान राम के लिए हर कष्ट सहन किया, वैसे ही हमें अपने जीवन में भक्ति और श्रद्धा के साथ कदम बढ़ाने चाहिए। हनुमान जी की भक्ति से हम न केवल कठिनाइयों को पार कर सकते हैं, बल्कि आत्मिक उन्नति की ओर भी अग्रसर हो सकते हैं। जय श्री हनुमान!

Leave a comment