लाल लंगोटे वाले अंजनी के लाल प्यारे भजन हनुमान जी की अद्भुत शक्ति और उनके प्रति भक्तों की असीम श्रद्धा को प्रकट करता है। हनुमान जी, जो अंजनी के पुत्र हैं, न केवल उनके बल और साहस के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि उनकी भक्ति और समर्पण भी भक्तों के दिलों में गहरी जगह बनाता है। जब भक्त इस भजन को गाते हैं, तो उनका मन हनुमान जी की भक्ति में खो जाता है।
Lal Langote Wale Anjani Ke Lal Pyare
लाल लंगोटे वाले,
अंजनी के लाल प्यारे।
कबसे खड़ा मैं तेरे द्वारे,
म्हारी विनती सुनलो।
कबसे खड़ा मैं तेरे द्वारे,
सालासर वाले।
कब से खड़ा मैं तेरे द्वारे,
मेहंदीपुर वाले।
कब से खड़ा मैं तेरे द्वारे,
काटो संकट विकट।
खोलो पट झट पट,
जपू नाम मैं साँझ सकारे।
लाल लँगोटे वाले,
अंजनी के लाल प्यारे।
कबसे खड़ा मैं तेरे द्वारे।।
बजरंग बलि हे मारुतसुत,
है नाम तेरा मंगलकारी।
तेरा भजन करे तो भय भागे,
भक्तो के सदा हो हितकारी।
बल बुद्धि के भंडार,
हर लेते हो विकार।
सियाराम के आप दुलारे,
लाल लँगोटे वाले।
अंजनी के लाल प्यारे,
कबसे खड़ा मैं तेरे द्वारे।।
विकराल जो रूप धरा तुमने,
लंका में हाहाकार मची।
उड़कर तुम पर्वत ले आए,
लक्ष्मण भैया की जान बची।
किए अद्भुत काम,
खुश हुए श्री राम।
संकट मोचन पुकारे,
लाल लँगोटे वाले।
अंजनी के लाल प्यारे,
कबसे खड़ा मैं तेरे द्वारे।।
मैं अधम हूँ मूरख अज्ञानी,
पूजा का ढंग नहीं जानू।
तुम विनती सुनलो ‘पन्ना’ की,
इक अपना बस तुमको मानु।
आया दुनिया से हार,
अटका हूँ मैं मजधार।
बनो ‘सरल’ के खेवनहारे,
लाल लँगोटे वाले।
अंजनी के लाल प्यारे,
कबसे खड़ा मैं तेरे द्वारे।।
लाल लंगोटे वाले,
अंजनी के लाल प्यारे।
कबसे खड़ा मैं तेरे द्वारे,
म्हारी विनती सुनलो।
कबसे खड़ा मैं तेरे द्वारे,
सालासर वाले।
कब से खड़ा मैं तेरे द्वारे,
मेहंदीपुर वाले।
कब से खड़ा मैं तेरे द्वारे,
काटो संकट विकट।
खोलो पट झट पट,
जपू नाम मैं साँझ सकारे।
लाल लँगोटे वाले,
अंजनी के लाल प्यारे,
कबसे खड़ा मैं तेरे द्वारे।।
हनुमान जी का आदर्श हमें सिखाता है कि सच्ची भक्ति और कर्तव्य पालन में कोई भी रुकावट नहीं आती। लाल लंगोटे वाले हनुमान जी ने हमेशा अपनी शक्ति का उपयोग श्री राम के सेवक बनने में किया, और उनका यह रूप हमें जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाने के लिए प्रेरित करता है। इस भजन के माध्यम से हम हनुमान जी से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और उनके चरणों में समर्पित रहते हुए अपने जीवन को सफल बनाते हैं। जय श्री राम! जय हनुमान!

I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle. View Profile