अपनी शरण में लीजिये माँ अंजनी के लाल भजन लिरिक्स

अपनी शरण में लीजिये माँ अंजनी के लाल भजन हनुमान जी की महिमा और उनकी शक्ति का गुणगान करता है। यह भजन हमें याद दिलाता है कि हनुमान जी, जो माँ अंजनी के पुत्र और श्री राम के परम भक्त हैं, हमारे जीवन में जब भी संकट आए, तो अपनी शरण में हमें रक्षा प्रदान करते हैं। इस भजन में भक्त हनुमान जी से अपनी शरण की प्रार्थना करते हैं, ताकि उनका आशीर्वाद और शक्ति जीवन में हमेशा बनी रहे।

Apni Sharan Me Lijiye Maa Anjani Ke Lal

अपनी शरण में लीजिये,
माँ अंजनी के लाल…
लाल रे माँ अंजनी के लाल,
माँ अंजनी के लाल।।

संकट मोचन हे बलकारी…
संकट मो पे पड्यो अति भारी,
काम क्रोध मद लोभ अहं घेरयो…
काम क्रोध मद लोभ अहं घेरयो,
सर काल खड्या विकराल…
काल खड्या विकराल,
माँ अंजनी के लाल…
लाल रे माँ अंजनी के लाल,
माँ अंजनी के लाल।।

तेरी दया से दूर भय भागे…
जागे भाग चरण चित लागे,
मुझ निर्बल की जरा सुध ले लो…
मुझ निर्बल की जरा सुध ले लो,
चले आओ पवन की चाल…
आओ पवन की चाल,
माँ अंजनी के लाल…
लाल रे माँ अंजनी के लाल,
माँ अंजनी के लाल।।

राम भगत तुम केसरी नंदन,
नीव नीव तुमरो करूं अभिनन्दन…
बल बुद्धि का दान मोहे दे दो,
बल बुद्धि का दान मोहे दे दो…
कट जाए सकल जंजाल,
जाए सकल जंजाल…
माँ अंजनी के लाल,
लाल रे माँ अंजनी के लाल,
माँ अंजनी के लाल।।

सारे ही काम ‘लख्खा’ के संवारे,
गाए भजन अब मगन हो तुम्हारे…
अरज ‘सरल’ की सुनो बजरंगी,
अरज ‘सरल’ की सुनो बजरंगी…
दीजो दुविधा से बालाजी निकाल,
दुविधा से बालाजी निकाल…
माँ अंजनी के लाल,
लाल रे माँ अंजनी के लाल,
माँ अंजनी के लाल।।

अपनी शरण में लीजिये,
माँ अंजनी के लाल…
लाल रे माँ अंजनी के लाल,
माँ अंजनी के लाल।।

यह भजन हमें यह सिखाता है कि हनुमान जी की शरण में आने से जीवन की सारी कठिनाइयाँ समाप्त हो जाती हैं। जब भी हम परेशान होते हैं, जब हमें मार्गदर्शन और शक्ति की आवश्यकता होती है, हनुमान जी हमें अपने आशीर्वाद से संजीवनी प्रदान करते हैं। यह भजन उनके अद्वितीय बल और शक्ति का प्रतीक है, जो भक्तों को हर संकट से मुक्ति दिलाता है। जय श्री हनुमान!

Leave a comment