मैं तेरे बिन कुछ भी नहीं भजन लिरिक्स

भक्ति का सार यही है कि भक्त अपने आराध्य के बिना स्वयं को अधूरा महसूस करता है। श्रीकृष्ण से जुड़ाव ही उसके जीवन का वास्तविक आधार होता है। भजन मैं तेरे बिन कुछ भी नहीं इसी अनन्य प्रेम और समर्पण को दर्शाता है, जहाँ भक्त स्वीकार करता है कि उसके जीवन का हर क्षण, हर सांस केवल श्रीकृष्ण की कृपा से ही संभव है। आइए, इस भजन के माध्यम से श्रीकृष्ण की अपार महिमा और उनके प्रति अटूट श्रद्धा को महसूस करें।

Main Tere Bina Kuch Bhi Nahi Bhajan Lyrics

मैंने जब से लिया तुम्हारा नाम है,
तूने जग में बना दी पहचान है,
तूने जग में बना दी पहचान है,
तेरे बिना मुझ में ना कोई बात है,
तू ना हो तो मेरी क्या ही औकात है,
सब तेरी ही दया की करामात है,
मैं तेरे बिन कुछ भी नहीं,
मैं तेरे बिन कुछ भी नहीं,
तुने सर पे रखा जो मेरे हाथ है,
सारी दुनिया ही फिर मेरे साथ है,
सब तेरी ही दया की करामात है,
मै तेरे बिन कुछ भी नही।।1।।

तूने लाज रखी सदा मेरे मान की,
मुझ पे खुशियां लुटाई है जहान की,
मुझ पे खुशियां लुटाई है जहान की,
तेरे रहते ना कोई भी अभाव है,
बिना पानी चल रही मेरी नाव है,
सब तेरी ही कृपा का ये प्रभाव है,
मै तेरे बिन कुछ भी नही।।2।।

‘सोनू’ करता जो तेरा गुणगान है,
ये भी मुझ पर तुम्हारा एहसान है,
ये भी मुझ पर तुम्हारा एहसान है,
तू ही सुर मेरा तू ही आवाज है,
मेरा बदला हुआ जो अंदाज है,
सब तेरा ही किया हुआ ये काज है,
मै तेरे बिन कुछ भी नही।।3।।

मैंने जब से लिया तुम्हारा नाम है,
तूने जग में बना दी पहचान है,
तूने जग में बना दी पहचान है,
तेरे बिना मुझ में ना कोई बात है,
मै तेरे बिन कुछ भी नही।।4।।

जब भक्त यह मान लेता है कि वह स्वयं कुछ भी नहीं, बल्कि सब कुछ केवल श्रीकृष्ण की कृपा से संभव है, तब सच्ची भक्ति का जन्म होता है। उनकी भक्ति हमें जीवन के हर मोड़ पर संबल देती है। ऐसे ही भक्तिमय भजनों को पढ़ें और करें, जैसे हो जाए तुमसे दिल की बातें , मैं दास गरीब हूँ सांवरिया, कभी मेरे घर भी आ जाना , तेरी दया से चलता गुजारा बाबा हमारा और लेकर तुम चिंताएं मेरी रख लो अपने पास , जिससे श्रीकृष्ण की भक्ति और अधिक प्रगाढ़ हो जाए। 🙏💙

Share

Leave a comment