तूने किया ना हरि से प्यार

तूने किया ना हरि से प्यार भजन हमें यह समझाता है कि भगवान से सच्चा प्यार ही जीवन का सर्वोत्तम मार्ग है। इस भजन में भक्त अपने दिल की गहरी भावनाओं को व्यक्त करता है और बताता है कि जब तक हम भगवान से सच्ची भक्ति और प्यार नहीं करते, तब तक जीवन में वास्तविक सुख और शांति का अनुभव नहीं होता। यह भजन हमें जागरूक करता है कि यदि हम भगवान से सच्चा प्यार करें, तो वह हमारे जीवन को आशीर्वाद से भर देंगे।

Tune Kiya Na Hari Se Pyar

तूने किया ना हरि से प्यार,
सारा जीवन दीन्हा गुज़ार,
तेरी ये नादानी है ओ रे मनुआ,
तेरी ये कहानी है ओ रे मनुआ॥1॥

तुमने पाया जो तन,
फिर ना पाओगे प्यारे दुवारा,
तेरा हीरा जीवन,
बीता जाता है सारा का सारा,
माया में रे काहे तू लिपटlनी है,
ओ रे मनुआ……॥2॥

तेरे दुख का कारण,
तेरी प्रभु के प्रति बेरुखी है,
जो प्रभु के रंग में,
रंग गया तो बो ही सुखी है,
समझ ना जो उसको,
वो अज्ञानी है ।।
ओ रे मनुआ….॥3॥

अरे कर्म कर तू ऐसे,
जिससे सुधरे ये जीवन तुम्हारा,
अरे जन्म और मरण से,
मिल जाएगा रे छुटकारा,
‘राजेन्द्र’ की बात नही,
संतो की बानी है ।।
ओ रे मनुआ…..॥4॥

तूने किया ना हरि से प्यार,
सारा जीवन दीन्हा गुज़ार,
तेरी ये नादानी है ओ रे मनुआ,
तेरी ये कहानी है ओ रे मनुआ॥5॥

तूने किया ना हरि से प्यार भजन हमें यह याद दिलाता है कि भगवान से सच्चा प्यार और भक्ति ही जीवन का सबसे महान आदर्श है। जब हम भगवान से सच्चे प्रेम में लीन होते हैं, तो हमारा जीवन हर तरह से समृद्ध और शांतिपूर्ण हो जाता है। इस भक्ति रस को और गहराई से अनुभव करने के लिए आप श्री हरि की महिमा अपार, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, नारायण, नारायण जय गोविंद हरे और संकट हरन श्री विष्णु जी जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान विष्णु की कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

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