घर आ गए लक्ष्मण राम अवध आनंद भयो भजन में प्रभु श्रीराम और उनके भाई लक्ष्मण के अयोध्या लौटने का सुंदर और उल्लासपूर्ण दृश्य प्रस्तुत किया गया है। यह भजन हमें उस ऐतिहासिक पल की याद दिलाता है, जब श्रीराम और लक्ष्मण वनवास समाप्त कर घर लौटे और अयोध्या में हर दिल में खुशी और आनंद का माहौल छा गया। इस भजन के माध्यम से हम राम की घर वापसी के साथ उनके स्वागत की भावना को महसूस कर सकते हैं, जो एक नई शुरुआत का प्रतीक है।
Ghar Aa Gaye Laxman Ram Avadh Aanand Bhayo
घर आ गए लक्ष्मण राम,
अवध आनंद भयो।1।
अवधपुरी में सियाराम का,
मंदिर बना है भारी,
हनुमान और लखन विराजे,
संग में विराजे सीता प्यारी,
अवध आनंद भयो,
घर आ गये लक्ष्मण राम,
अवध आनंद भयो।2।
राम नाम का जय जयकारा,
अवध में भारी शोर,
भगवा ही भगवा लहराए,
अवध में चारों ओर,
अवध आनंद भयो,
घर आ गये लक्ष्मण राम,
अवध आनंद भयो।3।
राम आगमन हो जाने से,
अवध हुई खुशहाली,
सारे जगत में फिर से आई,
दीपों की प्यारी दिवाली,
अवध आनंद भयो,
घर आ गये लक्ष्मण राम,
अवध आनंद भयो।4।
घर आ गए लक्ष्मण राम,
अवध आनंद भयो।5।
घर आ गए लक्ष्मण राम अवध आनंद भयो भजन में प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण के घर लौटने का दृश्य उत्साह और खुशी से भरा हुआ है। जैसे राम का नाम है प्यारा लगाओ जय जयकारा और राम राज ये आ गया भजन में रामराज्य की शुभकामनाएँ दी जाती हैं, वैसे ही इस भजन में भी राम और लक्ष्मण के घर लौटने के साथ अयोध्या में एक नई शुरुआत होती है, जहाँ सभी लोग एकजुट होकर अपने प्रभु का स्वागत करते हैं। रामराज्य के आने से अयोध्या में सुख-शांति और समृद्धि का वातावरण फैल जाता है। जय श्रीराम!

मैं आचार्य ब्रह्मदत्त, सनातन धर्म का एक साधक और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रचारक हूँ। मेरा जीवन देवी-देवताओं की आराधना, वेदों-पुराणों के अध्ययन और भक्ति मार्ग के अनुसरण में समर्पित है। सूर्य देव, खाटू श्याम, शिव जी और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का गुणगान करना मेरे लिए केवल एक लेखन कार्य नहीं, बल्कि एक दिव्य सेवा है। मैं अपने लेखों के माध्यम से भक्तों को पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का ज्ञान सरल भाषा में प्रदान करने का प्रयास करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने आध्यात्मिक पथ को सुगम और सार्थक बना सके। View Profile